इन्वेस्टर्स से जारी रहेगा मुलाकात का दौर
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला : सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि निवेश सुरक्षित होगा और महत्वपूर्ण सुझाव भी लिए जाएंगे। सीएम ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के दूसरे दिन हाउसिंग सत्र के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स से मुलाकातों का दौर जारी रहेगा।
यह एक अच्छी शुरुआत हुई है और सिलसिला आगे बढ़ सकता है। हिम प्रगति के माध्यम से जो भी इश्यू होंगे, उन्हें निपटाने की कोशिश करेंगे। सीएम ने कहा कि मैं भी हिमाचली हूं, के रूप में ब्रांड एंबेसडर जैसी बात कही है, जो कि हिमाचल के लिए गर्व की बात है।
नीयत और नीति का बेहतर समावेश: संजय खुराना
धर्मशाला में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के दूसरे दिन शुक्रवार को बद्दी फोइल्स प्राइवेट के डायरेक्टर संजय खुराना ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार में नीयत और नीति का बेहतर समावेश है। अब हिमाचल जाग गया है और प्रदेश का शिखर पर जाना निश्चित है।
76000 स्कूलों में स्मार्ट शाला चला रहा संपर्क: नायर
संपर्क फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष विनीत नायर ने कहा कि वर्तमान में फाउंडेशन देश के 6 राज्यों के 76 हजार स्कूलों में संपर्क स्मार्ट शाला चला रहा है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन ने भारत के लाखों बच्चों की सीखने की क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम शुरू किया है।
एमओयू की होंगी समीक्षा बैठकें: बाल्दी
मुख्य सचिव श्रीकांत बाल्दी ने कहा कि जितने भी एमओयू हुए हैं, उनके निवेशकों से सीएम जयराम ठाकुर बैठकें करेंगे। उन्होंने कहा कि जहां-जहां इश्यू रहे हैं, निवेशकों द्वारा विभागों के समक्ष मामले उठाए गए थे, जिन पर कार्रवाई नहीं हुई, उन्हें शॉर्टआउट किया जाएगा। सभी एमओयू की समीक्षा बैठकें की जाएंगी।
कनेक्टिविटी की समस्या है: जैन
वर्धमान गु्रप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सचित जैन ने बताया कि उनका ग्रुप 7 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा रहा है। एक फैक्टरी से शुरू किया गया कारोबार आगे बढ़ा और वर्तमान में 10 फैक्टरियां हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कनेक्टिविटी की समस्या है। उन्हें हिमाचल में काम करते हुए 30 साल हो गए हैं। भविष्य में उनके और भी प्रोजेक्ट्स आने वाले हैं।
फूड प्रोसेसिंग की बढ़ रही डिमांड : रमेश
नीति आयोग के सदस्य रमेश चंद ने कहा कि वर्तमान में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में डिमांड बढ़ रही है। यूथ को प्रगति के अवसर कैसे मिलें, इस पर कार्य करना होगा। लेवल को अपग्रेड कर कृषि से बाहर निकल कर गैर कृषि कार्य में भी आगे बढऩा होगा। हिमाचल में ईको टूरिज्म के बाद एग्रो, फूड प्रोसेसिंग में भी अवसर रहे हैं। फूड प्रोसेसिंग में हिमाचल का भविष्य उज्ज्वल है। प्रदेश में मक्की 1080 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है, जबकि दिल्ली में मक्की का आटा 45 से 50 रुपये किलो बिकता है, वो भी लोग जैसे-तैसे हिमाचल से ही मंगवाते हैं, ऐसे में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र मेें संभावनाओं का हिमाचल को फायदा लेना चाहिए।