शैलेश सैनी। नाहन
देश के दवा उद्योगों पर चीन की निर्भरता को खत्म करने को लेकर 3 राज्यों में जल्द बल्क ड्रग पार्क बनाए जाने को लेकर रास्ता साफ हो गया है। केंद्रीय सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे देश भर से करीब 13 राज्यों ने बल्क ड्रग पार्क के लिए आवेदन किए थे। इनमें प्रदेश की जयराम सरकार ने भी विशेष संज्ञान लेते हुए इसके लिए अप्लाई किया था। इसमें पहले बद्दी में जमीन चयन की गई थी, लेकिन बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत अब ऊना में जमीन देखी गई है।
हिमाचल प्रदेश इंडस्ट्री विभाग के द्वारा आवेदन के प्रारूप के अनुसार एक बेहतर प्रोजेक्ट रिपोर्ट केंद्र को भेजी थी। इसके बाद यह लग रहा था कि बल्क ड्रग पार्क बनाए जाने को लेकर हिमाचल पहले नंबर पर रहेगा, मगर बेहतर संसाधनों और आवेदन के नियम व शर्तों को लेकर पंजाब को नंबर वन पर रखा गया है। ये बल्क ड्रग पार्क पंजाब, हिमाचल और हरियाणा में बनाए जाने है। हालांकि अभी तक रसायन व उर्वरक मंत्रालय के द्वारा इस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इसकी वजह गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, यूपी तथा राजस्थान आदि राज्यों ने इसके नियम व शर्तों में बदलाव की मांग भी रखी है।
क्या कहते हैं उद्योग मंत्री
उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर का कहना है कि विड के अनुसार हिमाचल प्रदेश ने बेहतर रिपोर्ट बनाकर भेजी है। प्रदेश पहले या दूसरे नंबर पर होगा इसकी तो जानकारी नहीं है, मगर हमने जिन नियमों और शर्तों पर हमने विड तैयार की है वह सबसे बेहतर ही होगी। निश्चित ही हिमाचल प्रदेश को बल्क ड्रक पार्क के लिए प्राथमिकता मिलेगी।