हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला : पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा फर्जीवाड़े में पुलिस रिमांड पर चल रहे मास्टर माइंड को लेकर मंगलवार को पुलिस टीम ज्वाली पहुंची। आरोपी की शिनाख्त पर पुलिस ने 1.28 लाख रुपये का कैश और एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी बरामद किया है।
सूत्रों के अनुसार पुलिस से बचने के लिए एक माह तक आरोपी विक्रम चौधरी जिस गौशाला में छिपा बैठा था, लाहडू स्थित उस गौशाला से कैश व डिवाइस बरामद किया गया है। गत सप्ताह पुलिस भर्ती मामले में मुख्य आरोपी विक्रम चौधरी ने एसपी के समक्ष आत्म समर्पण किया। इसके बाद पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस भर्ती में कैंडीडेट्स से लिए गए पैसों को भी विक्रम चौधरी ने ज्वाली के जंगल में छिपाकर रखा हुआ था।
विक्रम से पुलिस ने मंगलवार को 1 लाख 28 हजार रुपये की रिकवरी की है। इसके साथ ही नकल करवाने में मदद करने वाले एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को भी पुलिस ने आरोपी की शिनाख्त पर बरामद किया है, जब जिला पुलिस आरोपी की तलाश में जिंद में छापेमारी कर रही थी, तक आरोपी पुलिस से बचने के लिए ज्वाली आकर लाहडू स्थित गौशाला में छिपा हुआ था। इतना ही नहीं जांच में सामने आ रहा है कि आरोपी को भगाने तथा उसको पनाह देने के लिए में क्षेत्र के ही एक ठेकेदार ने सहयोग किया था।
ऐसे में पुलिस द्वारा अब विक्रम को पनाह देने वाले आरोपी पर भी कार्रवाई करने की प्रक्रिया को तेज कर रही है। उधर, आरोपी द्वारा किए जा रहे खुलासों से सरकारी विभागों में धोखाधड़ी कर तैनात होने वाले कर्मचारियों की भी सांसें तेज हो गई हैं। पुलिस ने आरोपी की शिनाख्त पर पूर्व में हुई भर्तियों में पास हुए कैंडीडेट्स की फाइलें भी खंगालना शुरू कर दी हैं। इसके चलते पुलिस ही नहीं बल्कि अन्य विभागों में तैनात हुए कर्मचारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
पुलिस भर्ती परीक्षा मामला
पनाह देने वाले आरोपी पर भी की जाएगी कार्रवाईपुलिस भर्ती लिखित परीक्षा फर्जीवाड़े के आरोपी विक्रम चौधरी से पूछताछ जारी है। आरोपी की शिनाख्त पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
विमुक्त रंजन, एसपी जिला कांगड़ा