- 100 फीसदी GST कलेक्शन जरूरी
- विभाग ने बनाया ट्रेनिंग सेल
- व्यापारियों को समझाने के लिए विशेष प्रयास
- इस बार सभी टैक्स से 600 करोड़ की कमाई
विशेष संवाददाता। शिमला
हिमाचल में 100 फीसदी टैक्स कलेक्शन अब जरूरी हो गया है। खासकर GST की कलेक्शन बढ़ानी आवश्यक है क्योंकि दूसरे करों की उगाही आसानी से हो जाती है। हालांकि जीएसटी की कलेक्शन, पहले से बढ़ गई है मगर अभी भी 100 फीसदी उगाही जरूरी है। ऐसे में विभाग ने अपना अलग से ट्रेनिंग सैल खड़ा किया है जो ना केवल अधिकारियों व कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे रहा है तो वहीं व्यापारियों को भी जागरूक कर रहा है।
इस ट्रेनिंग सेल का काम अब ज्यादा बढ़ गया है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने आने वाले दिनों के लिए पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है। विभाग की रणनीति के अनुसार व्यापारियों को पहले की तरह जीएसटी के महत्व को समझाया जाएगा। जगह-जगह जाकर व्यापारियों को बताया जाएगा कि उनको जीएसटी किस तरह से अदा करना है। जिन लोगों ने अभी तक जीएसटी अदा नहीं किया है उनको इस संबंध में जागरूक करके यहां कलेक्शन को बढ़ाने का टारगेट रखा गया है।
बताया जाता है कि इस बार वित्त वर्ष की तिमाही में सभी करों से 600 करोड़ रूपए की आमदनी सरकार को हुई है जिसमें जीएसटी की 568 करोड़ रूपए की धनराशि है। जीएसटी की उगाही पहले से अधिक हुई है मगर इस बार पिछले साल के मुकाबले ज्यादा काम करना होगा। क्योंकि केन्द्र सरकार से प्रदेश को मुआवजा नहीं मिलेगा। जून के अंत में यह मुआवजा राशि बंद कर दी गई है। दूसरे राज्यों को भी मुआवजा नहीं दिया जा रहा है जिसपर अभी केन्द्र सरकार ने फैसला लेना है। ऐसे में यहां जीएसटी कलेक्शन बढ़ाने के लिए व्यापारियों पर और अधिक शिकंजा कसा जाएगा।
आने वाले दिनों में इस काम के लिए अलग से कर्मचारियों की तैनाती का भी प्लान है। राज्य कर एवं आबकारी विभाग में अलग से टैक्स विंग बनेगा जिसमें और कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। इसके लिए बाकायदा प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया है और अगली केबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को लाया जाएगा। इसकी मंजूरी मिलने के साथ ही प्रदेश में टैक्स कलेक्शन का काम जोर पकड़ेगा।
विभाग के ट्रेनिंग सेल की जिम्मेदारी होगी कि वह सभी जिलों के छोटे से बड़े सभी विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण देंगे जिसकी मुहिम यहां पर शुरू कर दी गई है। अब इसके रिजल्ट देखे जाएंगे।
विभाग के प्रधान सचिव सुभाशीष पंडा का कहना है कि टैक्स कलेक्शन पहले से बढ़ा है। इस साल के लिए जो टारगेट रखा गया है उससे अधिक कलेक्शन की जाएगी जिसके लिए पूरा विभाग डट गया है।