शकील कुरैशी। शिमला
प्रदेश में आदर्श चुनाव आचार संहिता के कारण निवेश की रफ्तार रुक गई है, लेकिन उपचुनाव के बाद यहां पर निवेश का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इसके लिए अब नए सिरे से और प्रभावी रणनीति बनाई गई है। चुनाव निपटने के बाद औद्योगिक क्षेत्र में 30 हजार करोड़ रुपये तक का निवेश संभावित बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार उद्योग विभाग के अधिकारी नए निवेशकों के साथ संपर्क में है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में कॉन्क्लेव किया जाएगा, वहीं किसी दूसरे शहर में भी कॉन्क्लेव की सोची जा रही है। किसी अन्य महानगर में भी इसका आयोजन हो सकता है।
पहले पिछले महीने दिल्ली में होना था कॉन्क्लेव
इससे पहले पिछले महीने दिल्ली में कॉन्कलेव होना था, जिसमें लगभग 20 करोड़ तक के निवेश पर समझौता किया जाना था। अचानक लगी आचार संहिता के कारण यह निवेश रुक गया है, परंतु अब यह आंकड़ा बढ़ गया है। अगले महीने इसे रफ्तार मिलेगी, जिसकी तैयारी हो चुकी है।
पंडोगा व कंदरौडी में निवेश को कई तैयार
बताया जाता है कि नए बसे इंडस्ट्रीयल एरिया पंडोगा व कंदरौडी में कई निवेशक निवेश करने को तैयार हैं। उनके साथ बातचीत हो चुकी है और सरकार अब समझौते करने जा रही है। दिल्ली में जो कॉन्क्लेव रखा गया था, वहां पर इस निवेश पर समझौते होने थे, जिसके लिए अब अगले माह का समय दिया गया है।
नए सिरे से दिल्ली में उद्योग अधिकारी इसकी तैयारी करेंगे। बताया यह भी जा रहा है कि नवंबर महीने में ही दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी भी कर दी जाएगी, जिसमें भी अलग से 15 हजार करोड़ का निवेश करवाने की योजना है। इसके लिए सभी संबंधित विभागों ने उन कंपनियों के साथ करार कर दिए हैं और अब उनको सेरेमनी में एनओसी प्रदान करनी है।
मुंबई में भी हो सकता है कॉन्क्लेव
दिल्ली के अलावा मुंबई में दूसरा कॉन्क्लेव हो सकता है इसकी उम्मीद है। इसके लिए दूसरे प्रदेशों में कोविड की स्थिति को भी ध्यान में रखा जा रहा है। क्योंकि सरकार के पास इस कार्यकाल का केवल अगला वर्ष बचा है और उसकी शुरुआत से यही तैयारी है कि हिमाचल में औद्योगिक निवेश हो। इसीलिए प्रदेश में इन्वेस्टर मीट का भी आयोजन किया गया था, जिसमें लगभग 96 हजार करोड़ का निवेश होना संभावित हुआ था। उसी कड़ी में निवेश में आगे बढ़ाया जा रहा है।
केंद्र से प्रदेश को मिला मेडिकल डिवाइज पार्क
अभी केंद्र सरकार से मेडिकल डिवाइज पार्क भी प्रदेश को मिला है, जिसे बसाने के लिए यहां पर काम होगा। यह काम भी अगले महीने शुरू किया जाएगा, जिसके लिए भी बड़ा निवेश यहां पर होगा। महानगरों में मेडिकल डिवाइज पार्क में निवेश के लिए प्रयास किए जाएंगे, जिसकी रणनीति भी यहां पर बनाई जा रही है। इसके बाद केंद्र सरकार से बल्क ड्रग फार्मा पार्क मिलने की उम्मीद है। राज्य सरकार की ये कोशिशें पूरी होती हैं तो आगाामी साल में चुनाव के दौरान सरकार के पास बड़ी उपलब्धियां होंगी।