हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरों की मांगों पर अब केबिनेट की बैठक में चर्चा होगी। केबिनेट की बैठक तक फिलहाल बस ऑपरेटरों ने अपने हड़ताल को स्थगित कर दिया है। निजी बस ऑपरेटरों के विरोध के बाद परिहवन विभाग ने वीरवार को उनके साथ एक बैठक बुलाई थी। बैठक परिवहन विभाग के सचिव केके पंत की अध्यक्षता में हुई। बैठक में निजी बस ऑपरेटरों को आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद होने वाली पहली केबिनेट की बैठक में उनकी मांगों पर प्रस्ताव बनाकर केबिनेट में ले जा जाएगा।
इस आश्वासन के बाद निजी बस चालकों के फिलहाल अपने हड़ताल को स्थगित कर दिया है। प्रदेश निजी बस ऑपरेेटर्स यूनियन महासचिव रमेश कमल ने चेताया है कि अगर केनिबेट की बैठक में उनकी मांगों पर चर्चा नहीं होती है या फिर उनके हक में फैसला नहीं लिया जाता है, तो वह फिर से विभाग और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल देंगे। इसके लिए सिर्फ सरकार और विभाग जिम्मेवार होंगे। गौरतलब है कि टैक्स माफी और वर्किंग कैपिटल घोषणा लागू न करने पर राजधानी शिमला सहित प्रदेश भर में निजी बस ऑपरेटरों ने बसों में काले झंडे लगाकर प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष प्रकट कर रहे थे। सरकार द्वारा मांगों को पूरा करने पर प्रदेश भर के सभी बस डिपो मंडी, कांगड़ा, शिमला, हमीपुर, रामपुर, ठियोग, बिलासपुर, चंबा, सोलन नालागढ़ सहित सभी बस डिपो में सुबह ही प्राईवेेट बसों में काले झंडे लगाए गए और इसके बाद इन्हीं काले झंड़ों के साथ रूटों पर बसें चलाई। वहीं शिमला शहर में भी सचिवालय से होते हुए काले झंडे लगी बस सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। निजी बस ऑपरेटररों के विरोध को देखते हुए परिवहन विभाग ने उनके साथ एक बैठक बुलाई थी। बैठक में निजी बस ऑपरेटरों को आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने फिलहाल अपने विरोध प्रदर्शन को रोक दिया है।