शिमला:राज्य में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की स्वास्थ्य रक्षा के लिए जयराम सरकार ने नई इंसेंटिव स्कीम लाई है। राज्य के चुनिंदा 16 अस्पतालों में 4 तरह के विशेषज्ञ डॉक्टरों को अपने वेतन के अलावा हर महीने 30 से 50 हजार रुपये अतिरिक्त मिलेगा। यदि विशेषज्ञ एक से ज्यादा हुए और उनके लिए निर्धारित टारगेट पूरे हुए तो इंसेंटिव की ये राशि इनमेंबराबर बंटेगी।
विशेष सचिव स्वास्थ्य डॉ. निपुण जिंदल की ओर से इस बारे में अधिसूचना जारी हुई है, जिसे नए साल से प्रदेश में लागू कर दिया है। इस स्कीम का मकसद जच्चा-बच्चा की रक्षा करना है। स्वास्थ्य विभाग ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए जिला और उपमंडलीय अस्पतालों में विशेषज्ञों के लिए प्रोत्साहन राशि प्रति माह देने का प्रावधान किया है। इससे मातृ एवं नवजात की देखभाल की सुविधा मरीजों को घर के नजदीक मिल सकेगी।
स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के 16 जिला और उपमंडलीय अस्पतालों में यह प्रोत्साहन राशि 4 विशेषज्ञों के लिए ही घोषित की है। साथ ही कुछ शर्तें भी रखी गई हैं। इसके अनुसार स्त्री रोग विशेषज्ञ के लिए संस्थागत प्रसव में कम से कम 10 प्रतिशत वृद्धि हर माह चाहिए। बाल रोग विशेषज्ञ के लिए एसएनसीयू में 70 प्रतिशत बेड ऑक्यूपेंसी जरूरी है। रेडियोलॉजिस्ट के लिए शर्त रखी है कि गर्भवती महिलाओं पर अल्ट्रासाउंड की संख्या कम से कम हर महीने 1000 होनी चाहिए। स्टाफ नर्स और प्रशिक्षित दाई के लिए भी लक्ष्य तय हैं। इन जिला और उपमंडलीय अस्पतालों में विशेषज्ञ एक से अधिक होगा, तो यह राशि उन्हीं में ही बांटी जाएगी।
किसे, कितना मिलेगा इंसेंटिव
स्त्री रोग विशेषज्ञ 50000 रुपये
बाल रोग विशेषज्ञ 50000 रुपये
एनेस्थीस्ट 30000 रुपये
रेडियोलॉजिस्ट 50000 रुपये
केवल इन अस्पतालों में मिलेगा इंसेंटिव
जोनल अस्पताल रिपन शिमला, मंडी, जिला अस्पताल बिलासपुर, धर्मशाला, रिकांगपिओ, कुल्लू, केलांग और ऊना। सीएचसी पालमपुर, नूरपुर, सुंदरनगर, पांवटा साहिब और सीएचसी नालागढ़। रेफरल अस्पताल चुवाड़ी, खनेरी और सोलन।