पहले इन 40 सेंटरों में होने थे 56 टेस्ट
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य 2022 तक प्रदेश में 2200 स्वास्थ्य संस्थानों को वेलनेस सेंटर में बदलने का है। विभाग ने इसकी पहल करते हुए अभी 40 वेलनेस सेंटरों को चलाने की शुरुआत की गई है। पहले वेलनेस सेंटरों में 56 टेस्ट करने थे, लेकिन अब विभिन्न प्रकार के 64 खून के टेस्ट किए जाएंगे। स्टाफ को ट्रेनिंग दी है। विभाग इन सेंटरों में टेड स्टाफ नर्स तैनात करेगा।
घर-द्वार में मिलेगी स्वास्थ्य सुविधा
स्वास्थ्य विभाग वेलनेस सेंटरों में तैनात स्टाफ नर्सों को लोगों की छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए भी टे्रंड करेगा। वहीं विभाग इनको एक हेल्थ किट उपलब्ध करवाएगा और जरूरत पडऩे पर वेलनेस सेंटरों का स्टाफ मरीज को घर-द्वार पर जाकर चेक करेगा। इसके अलावा 356 विभिन्न दवाइयां भी उपलब्ध करवाएगा। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इससे प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों सहित जिला अस्पतालों मरीजों में भीड़ कम होगी। वर्तमान में प्रदेश के जनता को नजदीक अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही थी। अब प्रदेश सरकार ग्रामीण स्तर पर मरीजों की छोटी बीमारियों के इलाज के लिए पूरा स्टाफ उपलब्ध करवाएगी।
प्रदेश में वेलनेस सेंटर खोलने का मुख्य कारण बड़े अस्पतालों से भीड़ कम करना है। अब प्रदेश की जनता का बड़ी बीमारी के इलाज के लिए ही मेडिकल कॉलेजों में जाना पड़ेगा। प्रदेश सरकार जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा घर के नजदीक ही उपलब्ध करवाएगी।
-विपिन परमार, स्वास्थ्य मंत्री