एजेंसी। फरीदाबाद
फरीदाबाद में कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए एनएच-3 स्थित ईएसआई अस्पताल की जांच लैब के करीब 70 फीसदी स्वास्थ्य कर्मचारियों के वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद लैब को बंद कर दिया है।
इससे कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की जांच करने में स्वास्थ्य कर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लैब को बंद हुए शुक्रवार को तीन दिन हो गए है। उप सिविल सर्जन डॉ. रामभगत ने यह जानकारी देने के साथ ही भाषा को बताया कि नए स्टाफ के आने के बाद ही यह लैब चालू होगी। उन्होंने बताया कि अब नलहड़ और एक अन्य लैब से फरीदाबाद में होने वाले टेस्ट की रिपोर्ट आएगी। उन्होंने बताया कि ईएसआई अस्पताल लैब का करीब 70 फीसदी स्टाफ कोरोना संक्रमित हो गया था, जिसके चलते यह लैब चार दिन के लिए बंद कर दी गई है। इसी लैब में फरीदाबाद के कोविड टेस्ट की रिपोर्ट तैयार होती थी। डॉ .रामभगत ने कहा कि कोविड-19 अस्पताल की प्रयोगशाला में काम करने वाला लैब टैक्नीशियन पिछले दिनों संक्रमित पाया गया था, जिसके कारण सैम्पलिंग की प्रक्रिया पूरी तरह से बंद कर दी गई। अब यहां का करीब 70 फीसदी स्टाफ संक्रमित हो गया है।
उप सिविल सर्जन एवं कोरोना मामलों के लिए जिला नोडल अधिकारी कोरोना डॉ. रामभगत ने बताया कि जिले में अब तक 15,960 यात्रियों को निगरानी में रखा गया है जिनमें से 5805 लोगों की निगरानी में रखने की 28 दिन की अवधि पूरी हो चुकी है। बाकी 10,134 लोग निगरानी में हैं। कुल निगरानी वाले लोगों में से 14910 को
घरों में पृथक वास में रखा गया है और अब तक 16286 लोगों के सैंपल लैब में भेजे गए थे, जिनमें से 14085 की नेगेटिव रिपोर्ट मिली है तथा 1151 की रिपोर्ट आनी शेष है। उन्होंने बताया कि अब तक 1050 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 404 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया है तथा 305 पॉजिटिव मरीजों को घर पर पृथक वास में रखा गया है। इसी प्रकार ठीक होने के बाद 320 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। और अब तक 21 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसमें कोरोना के साथ-साथ अन्य विभिन्न बीमारियां भी कारण रहीं।