- आज 11 बजे होगी पीएम से मुलाकात
- पहली बार हिमाचल करेगा बड़ी मेजबानी
- देशभर के जिलों को जोडऩे का कार्यक्रम
मस्तराम डलैल : शिमला
केंद्र की मोदी सरकार के आठ साल का जश्न हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में मनाए जाने की तैयारी चल रही है। इस संभावित कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दिल्ली बुलाया है। पीएमओ से मिले इस संदेश के तुरंत बाद मुख्यमंत्री राज्य सरकार के मुख्य सचिव को लेकर मंगलवार को दिल्ली पहुंच गए हैं। बुधवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री से वन टू वन मंत्रणा होगी। माना जा रहा है कि धर्मशाला में प्रस्तावित इस कार्यक्रम में मोदी सरकार अपनी आठ साल की उपलब्धियों को भुनाएगी। जाहिर है कि हिमाचल प्रदेश को पहली बार इस तरह के बड़े कार्यक्रम की मेजबानी मिल रही है।
पुख्ता सूचना के अनुसार बुधवार को इस पर प्रधानमंत्री सैद्धांतिक रूप से मुहर लगा सकते हैं। बताते चलें कि नरेंद्र मोदी का 15 मई को चंबा का प्रस्तावित दौरा था। इसे लेकर राज्य सरकार पे पुख्ता तैयारियां शुरू कर दी थी। माना जा रहा है कि अगले दो महीने में राज्य सरकार प्रधानमंत्री को धर्मशाला, हमीरपुर, शिमला और बिलासपुर समेत कई जिलों में बुलाने की प्लानिंग कर रही है। इसी कड़ी में 15 मई को चंबा के चौगान में पीएम की रैली का संभावित दौरा रखा गया था। इसी बीच पीएमओ ने मोदी सरकार के आठ साल के कार्यक्रम की मेजबानी का हिमाचल को ऑफर दिया।
दिल्ली से मिले इस ग्रीन सिग्नल के बाद प्रदेश सरकार ने धर्मशाला और शिमला इसके लिए दो संभावित स्थान चिह्नित किए। अंतत: सहमति धर्मशाला पर बनी है। बहरहाल 31 मई को अगर केंद्र की मोदी सरकार के आठ साल का यह जश्न धर्मशाला में मनाया जाता है तो राज्य सरकार के लिए यह कार्यक्रम बूस्टर डोज से कम नहीं होगा। उल्लेेखनीय है कि चुनावी मोड पर चल रही हिमाचल प्रदेश सरकार के लिए मोदी सरकार का यह कार्यक्रम बहुत कुछ देकर जाएगा। लिहाजा काफी हद तक बुधवार को प्रस्तावित पीएम और सीएम की मीटिंग पर निर्भर रहेगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलेंगे सीएम
दिल्ली प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी मुलाकात करेंगे। हिमाचल दौरे के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मंत्री-विधायकों की परफॉर्मेंस पर खासा होम वर्क किया था। विधायकों को परफोरमा जारी करते हुए उन्हें अपनी परफार्मेंस के आधार पर भरने के निर्देश दिए गए हैं। इसी बीच भाजपा ने यह भी स्पष्ट किया है कि हिमाचल में किसी भी मंत्री-विधायक की टिकट पक्की नहीं है। ऐसे में यह देखना होगा कि पीएम के इस दौरे में और क्या कुछ निकल कर आता है।