परियोजना निदेशक नागेश ने दी जानकारी
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : हिमाचल प्रदेश राज्य वन विकास निगम के सभागार में वन विकास निगम के कार्यकारिणी निदेशक हेमंत गुप्ता की अध्यक्षता में जापान सरकार द्वारा पोषित हिमाचल प्रदेश वन पारितंत्र प्रबंधन आजीविका सुधार परियोजना पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इसमें अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। परियोजना निदेशक नागेश गुलेरिया ने बताया कि परियोजना के अंतर्गत आगामी वर्षों में किए जाने वाले कार्यों पर चर्चा की गई। यह 800 करोड़ रुपये की परियोजना प्रदेश के छह जिलों में कार्यन्वित की जा रही है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य वन पारितंत्रों में सुधार के लिए समझे-बूझे कार्य कलापों द्वारा वनों का सतत् प्रबंधन करना है जिससे वन क्षेत्र में वृद्धि के साथ-साथ जैव विविधता का संरक्षण हो सके और स्थानीय समुदायों की आजीविका में सुधार एवं संस्थागत क्षमता को सुदृढ़ करना है।
उन्होंने बताया कि जापान की सहायता ये प्रदेश के वनों वनों के संरक्षण किया जाएगा। गुलेरिया ने इस परियोजना के तहत अभी तक किए गए कार्यों की समीक्षा की और परियोजना के तहत भविष्य में किए जाने वाले कार्यों का ब्योरा दिया। इस अवसर पर आरके गुप्ता, मुख्य अरण्यपाल शिमला वन वृत, सौरभ, वन मंडलाधिकारी चौपाल, अशोक नेगी, वन मंडलाधिकारी ठियोग, सुशील राणा वन मंडलाधिकारी शिमला, ऋचा बांचटा वन मंडलाधिकारी मुख्यालय शिमला वन वृत्त तथा वन विभाग के रोहड़ू, ठियोग, चौपाल वन मंडलों व स्पिति वन्यप्राणी मंडल के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।