हिमाचल दस्तक। नाहन:
उपमंडल शिलाई में बीते सोमवार को हुए सडक़ हादसे में मारे गए मृतकों का मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान नेड़ा खड्ड चिखाड़ शमशान घाट पर एक साथ 9 युवाओं की चिताएं जली। अंतिम संस्कार में क्षेत्र के लोगों का हुजुम उमड़ा। हृदयविदारक इस पल के दौरान हर व्यक्ति की आंखों में आसूं उमड़ पड़े। किसी ने घर का चिराग खोया तो किसी ने बेटा। वहीं किसी ने अपना पति खोया। इस दौरान एक लाचार पिता बलिराम ऐसे भी थे, जिन्होंने अपने दो बेटों की अर्थियों को कांधा दिया। क्षेत्र में ऐसी बुरी और भयावह घटना शायद ही भुलाई जा सकेगी।
बता दें कि बीते सोमवार को शिलाई के टिंबी मिल्ला मार्ग पर सडक़ हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें ने 9 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था, जबकि एक युवक ने पांवटा अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। वहीं एक अन्य युवक अक्षय (21) ने मंगलवार को पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ दिया। जबकि हादसे में बचे एक मात्र घायल कमना राम (57) भी पीजीआई चंडीगढ़ में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। गौतलब है कि हादसे में मारे गए लोग चड़ेऊ गांव के हैं। इनमें सभी युवा हैं। उधर, हादसे को लेकर उपायुक्त सिरमौर आरके गौतम ने उपमंडल अधिकारी शिलाई को मैजिस्टे्रट जांच के आदेश दिए हैं।
वहीं स्थानीय लोगों ने इस हादसे के लिए खस्ताहालत खडक़ों व विभाग द्वारा इस ओर ध्यान न दिया जाना बताया है। लोगों का कहना है कि इससे पहले भी इन सडक़ों पर कई लोग जान गवां चुके हैं। सडक़ों पर क्रैश बैरियर नहीं है। तंगहाल सडक़ें हमेशा हादसों को न्यौता दे रही है। लोगों ने सरकार और विभाग से सडक़ों की हालत सुधारने की मांग की है।