मंडी: धर्म चंद वर्मा।
हिमाचल किसान सभा व बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ता 26 फरवरी को कनसा मैदान में सुबह 11:00 बजे किसानों का एअरपोर्ट के मुद्दे पर आयोजित अधिवेशन को सफल बनाने के लिए 23 फरवरी को कुम्मी, कठ्याहल और छात्डू गांव में घर-घर जाकर संपर्क बैठकों का आयोजन किया गया और इसे सफल बनाने के लिए सभी गाँव के किसानो को आमन्त्रित किया गया और तथा इस आयोजन को लेकर पर्चा बांटा गया।
बल्ह के किसान पिछले तीन साल से बल्ह की उपजाऊ भूमि व किसानों को बचाने के लिए व लगातार संघर्षरत हैं ।परंतु हिमाचल की राज्य सरकार लगातार विकास का झुनझुना दिखा कर कांगड़ा हवाई अड्डे की तर्ज पर उपजाऊ भूमि को बड़े पूंजीपतियों के हवाले करने के लिए बहुत उतावली हुई है और प्रस्तावित हवाई अड्डे को लेकर बिना किसानों की सहमति के आगे बढ़ रही है ! ओ एल एस के सर्वे में खारिज होने के बावजूद हमारे मुख्यमंत्री अपनी पुरानी जिद पर अड़े हैं और अब इसे 1050 मीटर उत्तर की ओर खिस्काने की बात की जा रही है।
जिससे बल्ह का नीचे वाला हिस्सा भी प्रस्तावित हवाई अड्डे की चपेट में आएगा।बल्ह में हजारों किसान नगदी फसलें उगा कर नौजवान युवाओं के लिए व अपने परिवार पालने के लिए रोजगार पैदा कर रहा है ! जहां एक तरफ सरकार पढ़े-लिखे नौजवानों को रोजगार मुहैया नहीं करवा रही है वहीं दूसरी तरफ किसान उपजाऊ भूमि में मेहनत मजदूरी करके अपने परिवारों को पालने में सक्षम है।
हिमाचल किसान सभा ने फैसला लिया है कि 26 फरवरी को कनसा मैदान में 11:30 बजे किसानों का अधिवेशन किया जाएगा और आने वाले समय में किस प्रकार से किसानों व बल्ह की उपजाऊ भूमि की रक्षा की जा सकती है, इस पर चर्चा की जाएगी साथ ही भविष्य के लिए संघर्ष की रूपरेखा को बनाया जाएगा। बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व कार्यकर्ता भी इस अधिवेशन में शामिल होंगे।