कमल शर्मा। शाहतलाई
शाहतलाई बाबा बालक नाथ जी की तपोभूमि शाहतलाई मे सोमवार को श्रध्दालुओं की अच्छी खासी भीड देखी गई। श्रद्धालु बाबा जी के जयकारों को लगाते हुए कतारों में खडे होकर दर्शनों के लिए मंदिर परिसर में देखे गए। वंही महिला श्रद्धालुओं का एक जत्था मुख्य सडक पर झाडू लगाते हुए लस्सी रोटियां वाले मंदिर तथा शाहतलाई से गूफा दियोटसिद्ध तक बाबा बाबा जी का गुणगान करते हुए सफाई की।
इतना ही नहीं बल्कि बाबा जी की फोटो पर फूल बरसाते हुए आगे बढते रहे। वंही श्रद्धालुओं के द्वारा झाडू लगाने के पश्चात मिट्टी को उठाकर अपने साथ घर ले गए। श्रद्धालुओं का कहना है कि चैत्र मास में हर लर्ष आकर यहां पर झाडू लगाते और इस एकत्रित मिट्टी को घर ले जाकर सुबह स्नान करने के पश्चात तिलक के तौर पर लगाते हैं। श्रधालुओं ने बताया कि इस मिट्टी का अपने माथे पर तिलक लगाने से उन्हें सकून मिलता है इतना ही नहीं बल्कि वह इस मिट्टी का प्रसाद की तरह भी ग्रहण करते हैं। जिसकी बजह से उनके परिवार में सुखशांति रहती है।