महेंद्र बदरेल। रामपुर बुशहर।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भारत-तिब्बत सीमा पर अब सेना को असलाह-बारूद व रसद पहुंचाना आसान होगा। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से सेना के जवानों को देश की सीमा तक पहुंचने में भी आसानी होगी। इसके लिए 12 करोड़ की लागत से दूसरे चरण में 6 किमी लंबे चांरग से कोटा दोगरी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इससे पहले ठंगी, चांरग, कोटा सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है। इस पर 26 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है। अब दूसरे चरण में 6 किमी सड़क का निर्माण भी जल्द पूरा किया जाएगा। इस सड़क के बनने से भारत-तिब्बत सीमा पर सेना की पकड़ और मजबूत होगी। सुरक्षा के दृष्टिगत सीमा पर सड़क का निर्माण काफी अहम है। इसे लेकर जहां सरकार गंभीर है, वहीं सेना भी जल्द से जल्द इन सड़कों का निर्माण चाहती है। अभी सीमा पर पहुंचना आसान नहीं है। जहां सीमा पर तैनात जवानों को खाद्य सामग्री पहुंचाना कठिन है, वहीं समय पर असलाह-बारूद पहुंचाना भी चुनौती रहती है।
इसके लिए गृह मंत्रालय समय-समय पर सीमा पर चल रहे निर्माणकार्यों का जायजा ले रहा है। इसमें सड़क का निर्माण काफी अहम है। अगर सड़क बनती है तो इससे सेना को काफी सहूलियत मिलेगी। सेना ने ठंगी कुनु चांरग सड़क को 2 किमी आगे की तरफ ले जाने का प्रस्ताव भी पारित किया है। इसे लेकर लोक निर्माण विभाग ने 748 लाख का एस्टीमेट तैयार कर स्वीकृति के लिए उच्च विभाग को भेज दिया है। अगर इसकी स्वीकृति मिल जाती है तो सेना के लिए यह बड़ी राहत होगी।
वहीं चांरग से कोटा दोगरी तक 800 मीटर की सड़क भी प्रस्तावित है। अगर बॉर्डर क्षेत्र में ये सड़कें बनती हैं तो निश्चित ही ये सेना के लिए बड़ी राहत होगी। अभी यहां पर तैनात सेना के जवानों को खच्चरों पर सामान पहुंचाया जाता है। मौसम के प्रतिकूल होने पर सामान ले जाने में खासी दिक्कतें पेश आती हैं। लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक चांरग से कोटा दोगरी सड़क का निर्माण अगस्त 2022 में पूरा होना प्रस्तावित है। विभाग ने कहा है कि इस सड़क के निर्माण में कोई भी पुल नहीं बनेगा।
सड़क निर्माण पूरा होने पर सेना को मिलेगी संजीवनी
जिस तरह से सीमा क्षेत्र में अकसर तनाव बना रहता है, उसके दृष्टिगत बॉर्डर एरिया में सड़कों का निर्माण सेना के लिए संजीवनी का काम करेगा। बॉर्डर में तुरंत असलाह-बारूद पहुंचाना अब आने वाले समय में आसान होगा। साथ ही सर्दियों के मौसम में जहां पैदल रास्ते को साफ कर पाना खासा मुश्किलों भरा रहता था, वहीं अब बर्फीले मौसम में भी सैन्य गतिविधियां जारी रखने में काफी मदद मिलेगी।
ठंगी से चारंग, कोटा, दोगरी सड़क का पूरा निर्माण जल्द पूरा किया जाएगा। इस सड़क के निर्माण पर अभी तक 33 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है।
-पांसग नेगी, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी रामपुर बुशहर।