- 15 दिन में डेढ़ लाख की 71 संदिग्ध ट्रांजैक्शन के बाद सील हुआ था अफजाल का खाता
- प्रदर्शनकारियों ने लगाए थे देश विरोधी ताकतों से संबंध के आरोप
- 27 साल से हरिपुरधार में दर्जी का काम कर रहे थे अफज़ाल
संगड़ाह : जय प्रकाश।
ग्रामीण बैंक में 71 संदिग्ध ट्रांजैक्शन के चलते खाता फ्रिज अथवा सील होने के बाद हिंदू संगठनों के निशाने पर आए अफजाल टेलर आखिर हरिपुरधार में अपनी दुकान छोड़कर अपने मूल निवास स्थान विकास नगर लौट गए। गौरतलब है कि, शुक्रवार को हिंदू जागरण मंच हिमाचल के प्रांत मंत्री मानव शर्मा के नेतृत्व में यहां विभिन्न संगठनों के सैंकड़ों लोगों द्वारा प्रदर्शन किया गया था और इस दौरान उन्हें 1 घंटे में दुकान खाली करने की धमकी दी गई थी। कानून व्यवस्था बिगड़ने अथवा लोगों के उग्र होने की आशंका देखते कुछ देर बाद घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी संगड़ाह द्वारा प्रदर्शनकारियों के साथ बैठक कर मामले को शांत करवाया गया।
शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान बंद हुई अफ़ाज़ल अहमद की दुकान हालांकि, शनिवार को काफी देर खुली, मगर रात करीब 10 बजे वह अपना सारा सामान लेकर लौट गए। फोन पर हुई बातचीत में अफजाल ने कहा कि, संदिग्ध ट्रांजैक्शन के मामले में उनकी कोई गलती नही है और अपनी बदनामी व प्रदर्शन के लिए वह 4 लोगों के खिलाफ मानहानि का दावा भी कर सकते हैं। गौरतलब है कि, हिंदू जागरण मंच व प्रदर्शनकारियों द्वारा यहां दुकाने करने वाले मुस्लिम समुदाय के अन्य लोगों को भी 10 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है।
बैंक खाते मे संदिग्ध लेन-देन बना विवाद की कारण
पुलिस थाना क्षेत्र संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले हरिपुरधार में 27 साल से रह रहे उत्तराखंड के अफजाल अहमद के बैंक खाते मे जानकारी के अनुसार 15 दिनो के भीतर ही करीब 71 ट्रांजेक्शन होने के बाद बैंक ने संदिग्ध खाते को सील कर दिया है। इस मामले से भड़के हिंदू जागरण मंच, स्थानीय व्यापार मंडल व कुछ अन्य हिंदू संगठनों के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अफजाल पर गलत व देश विरोधी लेनदेन मे शामिल होने का संदेह जताते हुए राष्ट्रध्वज के साथ हरिपुरधार मे प्रदर्शन किया।
बैंक सूत्रों व अफजाल की लिखित शिकायत के अनुसार 15 फरवरी 2022 को ही उन्होने ग्रामीण बैंक की हरिपुरधार शाखा में अपना खाता खोला था, जिसमे 1 मार्च तक किसी ने 1 लाख 50 हजार से ज्यादा राशि जमा करवाई और करीब 1 लाख 38 हजार 72 रुपए की राशि अन्य खातों में ट्रांसफर की गई है। स्थानीय हिंदू संगठनों ने इस बारे में गुरुवार को नायब तहसीलदार हरिपुरधार को एक ज्ञापन दिया और इसी दिन अफजाल ने अपनी तरफ से पुलिस को एक शिकायत सौंपी। ग्रामीण बैंक की हरिपुरधार शाखा के प्रबंधक अनुराग के अनुसार इस बारे नियमानुसार वह मीडिया को अधिकारिक जानकारी नही दे सकते और जांच एजेंसी को ही बता सकते है।