एजेंसी। वॉशिंगटन
अमेरिका और भारत ने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार बनाने के लिए एक सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा दोनों देशों के बीच भारत का भंडार बढ़ाने के लिए अमेरिका में कच्चे तेल का भंडारण करने के लिए बातचीत अग्रिम चरण में है। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
प्रधान ने अमेरिका के ऊर्जा मंत्री डैन ब्राउलेट के साथ अमेरिका-भारत रणनीतिक ऊर्जा भागीदारी मंत्रिस्तरीय वर्चुअल बैठक की सह-अध्यक्षता की। प्रधान ने फोन पर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, हमने रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार पर सहयोग के लिए एमओयू किया है। हमारी अमेरिका के रणनीति भंडार में कच्चे तेल का भंडारण करने के लिए बातचीत भी अग्रिम चरण में है। इससे भारत का रणनीतिक भंडार बढ़ सकेगा।
एक सवाल के जवाब में प्रधान ने कहा कि रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार के क्षेत्र में सहयोग के लिए एमओयू अमेरिका के प्रस्ताव पर किया गया है। कोरोना वायरस के दौरान कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बीच अमेरिका ने यह प्रस्ताव किया था।