शिमला :
कृषि उपज की मार्केटिंग के टिप्स लेकर विदेश से लौटे कृषि मंत्री एक नया प्रयोग करने जा रहे हैं। इटली से लौटने के बाद कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने हिमाचल में भी मार्केटिंग के लिए विदेशों की तर्ज पर सेल्फ हेल्प ग्रुप और एनजीओ को साथ जोडऩे का फैसला लिया है।
जायका फेज-2 परियोजना के तहत प्रदेशभर में सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाए जाएंगे। इसके बाद ये ग्रुप मार्केटिंग तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि समूहों में विभिन्न फसलों की खेतीबाड़ी भी करेंगे। सोसाइटी के स्तर पर विभिन्न कृषि व उद्यान उपज की प्रोसेसिंग भी की जाएगी। इससे मंडियों में किसानों के साथ होने वाली धोखाधड़ी पर अंकुश लगेगा और उनके उत्पादों की मांग में इजाफा होगा। दावा किया कि ऐसा होने से ग्रमीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
पहले से बने हुए सेल्फ हेल्प ग्रुप और एनजीओ को भी मजबूत किया जाएगा। सचिवालय में मीडिया से बातचीत में मार्कंडेय ने कहा कि ऊना में जायका फेज-1 प्रोजेक्ट के तहत स्वां वूमन फेडरेशन नाम का सेल्फ हेल्प ग्रुप चल रहा है। उत्तर भारत में अब तक इस तरह का कोई सेल्प हेल्प ग्रुप नहीं है। मार्कंडेय ने कृषि विभाग और मार्केटिंग बोर्ड कि इस की तर्ज पर प्रदेश के अन्य जिला में ग्रुप बनाने के निर्देश दिए है। जायका फेज-2 प्रोजेक्ट से इन ग्रुपों में महिलाओं व किसानों को ट्रेनिंग देकर जागरूक किया जाएगा।
अपना बैंक चला रहा है स्वां वूमन फेडरेशन
स्वां वूमन फेडरेशन की चेयरपर्सन सुभद्रा चौधरी ने बताया कि उनके समूह में 8000 महिलाएं हैं। जायका फेज-1 प्रोजेक्ट की मदद से उन्होंने इस समूह का गठन किया। शुरूआती दिनों में समूह की महिलाओं ने हर महीने 20-20 रुपये, कुछ समय बाद 50-50 रुपए, फिर 100-100 तथा अब 200-200 रुपये जमा कर रही है। समूह गठन के वक्त महिलाओंं ने हल्दी की पैदावार शुरु की। इसके बाद दूसरे मसालों की खेती भी शुरु की।
अब समूह से जुड़ी महिलाएं खेती के अलावा विभिन्न उत्पादों की मार्केटिंग भी करने लगी है। इस समूह ने इन महिलाओं को इतना आत्मनिर्भर बनाया कि इन्होंने अब ‘स्वां मल्टीपर्पज बैंकÓ बना डाला है, जो अब तक 1500 महिलाओं को ऋण दे चुका है। अब इस बैंक से गाड़ी खरीदने, मकान बनाने इत्यादि के लिए ऋण दिया जा रहा है। टॉपर बच्चों को हर साल 2500 रुपये की छात्रवृत्ति, गरीब की मदद, समूह की महिलाओं की बेटी की शादी पर 5100 रुपये का शगुन दिया रहा है।
स्वयं सहायता समूहों के लिए अच्छी खबर, महिलाओं को मार्केटिंग का काम दिलाएगा कृषि विभाग