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लक्षण सामने आने पर घर पर ही लिया जाएगा मरीज का सैंपल
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मुख्य सचिव ने केंद्र से विदेशों से लौटे लोगों की डिटेल भी मांगी
शिमला:
चीन सहित कई देशों में फैले कोरोना वायरस पर हिमाचल में भी अलर्ट जारी हो गया है। राज्य सरकार ने इस बारे में एडवाइजरी जारी करते हुए अस्पतालों को हिदायतें दी हैं। प्रदेश ने केंद्र से विदेश से आने वाले लोगों की रिपोर्ट मांगी है। वीरवार को भारत सरकार के कैबिनेट सचिव के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल खाची ने ये आग्रह किया है।
राज्य में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी मामला नहीं है, लेकिन इसकी गंभीरता को देखते हुए सरकार ने अलर्ट जारी किया है। इस संबंध में भारत सरकार के कैबिनेट सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक बैठक भी की, जिसमें कोरोना वायरस से निपटने के लिए उठाए गए पगों की जानकारी ली गई। मुख्य सचिव अनिल खाची ने बताया कि हिमाचल में अभी स्थिति सामान्य है और एहतियात के तौर पर हिमाचल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा की शरणस्थली मैक्लोडग़ंज आने वाले लोगों की जानकारी सरकार के साथ साझा करे।
प्रदेश सरकार ने मैक्लोडग़ंज में आउटपोस्ट स्थापित करने का भी फैसला किया है, जहां विदेशों से आने वाले लोगों का पंजीकरण होगा और जरूरत पड़ी जांच भी की जाएगी। इसी तरह प्रदेश के सभी होटलियर्स को निर्देश दिए गए हैं कि वे विदेशों से आने वाले लोगों का सही तरीके से पंजीकरण करें और उनसे एक डेक्लेरेशन लें कि वे कहां कहां से होकर आएं हैं? अगर चीन या कोरोना प्रभावित देशों से आए हैं तो उनकी जांच होगी। आम लोगों को जारी एडवायजरी के तहत जो भी चीन या प्रभावित देशों से आए हैं और उन्हें हल्का बुखार कोरोना वायरस के लक्षण हैं तो उन्हें घर में ही आइसोलेट किया जाए।
मदद को 104 टोल फ्री नंबर
राज्य सरकार ने 104 हेल्पलाइन को एक्टिवेट कर दिया है। उस पर कॉल करके लक्षण बता सकते हैं। डॉक्टरों की टीम घर पहुंचकर उनके सैंपल लेगी। जब तक सैंपल पॉजिटिव नहीं पाए जाते, तब तक उन्हें अस्पताल शिफ्ट नहीं किया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर सर्विलांस टीमें गठित की गई हैं। प्रदेश स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीमें भी एक्टिव की गई हैं। प्रदेश सरकार के अधिकारी भारत सरकार के साथ निरंतर संवाद में रहेंगे। ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति में भारत सरकार की भी मदद ली जा सके।