- मंडी के विज्ञानिक की सहायता से एक किसान ने उगाया यह फल
- पोटाशियम से भरपूर यह फल सेहत के लिए फायदेमंद
- 400 से 600 प्रति किलो बिक रहा फल
हिमाचल दस्तक। मंडी : पोटाशियम से भरपूर अमेरिका का फल ऐवोकैडो अब हिमाचल उगाने में सफल हो गया है। इस सफलता से जहां मध्य हिमाचल को सेब का विकल्प मिलेगा वहीं पर लोगों की सेहत के लिए यह फल फायदेमंद साबित होगा। मंडी के एक उद्यान वैज्ञानिक डॉ. चिंरजीत परमार की सहायता से किसान ने यह सफलता अर्जित की है।
अमेरिका में यह फल बहुत ही लोकप्रिय बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक 6 साल पहले इसके पौधे वैज्ञानिक डॉ. चिंरजीत परमार ने अमेरिका से मंगवाए थे। जिन्हें बिलासपुर के पनियाला गांव में किसान हरिमन शर्मा को दिया गया था। किसान ने विज्ञानिक की सोच और शोध से इस फल को उगाया गया। जो अब किसान के खेत में इसके पौधे लहरा रहे हैं और उम्दा फल लदे हुए हैं। जो पककर तैयार होने लगे हैं। बताया जा रहा है कि इस फल को शुरू में इंडिया के लोगों ने पसंद नहीं किया लेकिन बाद में इसकी डिमांड बढ़ गई।
आजकल इसे इंपोर्ट किया जा रहा है। यह फल मैक्सिको सहित कई अन्य देशों में उगाया जाता है। मंडी के वैज्ञानिक डॉ. चिंरजीत परमार को यह फल किसान हरिमन शर्मा ने भेजे हैं। डॉ. चिंरजीत परमार ने बताया कि इसकी कामयाबी से हिमाचल बागवानी को नये पंख लग सकते हैं। इसके उगाने से किसानों को जहां अच्छे दाम मिलेंगे वहीं पर उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी।
इसके खाने से हैं 12 फायदे
इस फल को खाने से लोगों को 12 फायदे मिलेंगे। बताया जा रहा है कि इस फल में पोटाशियम केले से अधिक पाया जाता है। जो सेहत के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक है। इसके अलावा इसमें के लोस्ट्रोल को कम करने की क्षमता भी है। इसे खाने से भूख और नींद में बढ़ोतरी होती है। सभी प्रकार के विटामिन इस फल में पाये जाते हैं। इसके अलावा अन्य कई उपयोग बताए गए हैं। यह फल दिल की बीमारियों को भी नहीं लगने देता है। यानि कि हार्ट के लिए यह सबसे उपयोगी फल है।
400 से 600 तक बिक रहा फल
चंंडीगढ़ और दिल्ली में यह फल 400 से 600 रूपए तक प्रति किलो बिक रहा है। यदि यहां पर भी इसका उत्पादन शुरू हुआ तो किसानों को अच्छे दाम मिल सकते हैं। मंडी के वैज्ञानिक डॉ. चिंरजीत परमार ने बताया कि इसके लिए लोगों को प्रेरित किया जाएगा। नर्सरी से इसके पौधे मंगवाकर लोगों को आवंटित किए जाएंगे। सरकार से इस मामले को उठाया जाएगा ताकि किसानों को सरकार भी इसके पौधे आवंटित करें।
यह फल सेब का एक और विकल्प हो सकता है। इसको उगाने का सफल ट्रायल पूरा कर लिया गया है। लोगों को इससे बड़ा फायदा होगा। सरकार इसमें लोगों की मदद करें और उगाने के लिए पे्रेरित भी करें।डॉ. चिंरजीत परमार वैज्ञानिक