कांगड़ा में 250-250 बीघा क्षेत्र में बनेंगी चार गौशालाएं, शराब पर टैक्स से गाय सेवा को मिले 9.50 करोड़
राजीव भनोट। ऊना:
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सभी विधायकों से एक-एक गौशाला का जिम्मा उठाने की अपील की है। श्री बाल गोपाल गौ लोक धाम गौशाला रक्कड़ के वार्षिक कार्यक्रम में शनिवार को वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रत्येक विधायक अगर गौशालाओं को गोद लेते हैं तो समाज के सामने यह एक बड़ा उदाहरण प्रस्तुत होगा। इस दौरान प्रदेश भाजपा पूर्व अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, विधायक सतपाल रायजादा भी उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार गौ सेवा को समर्पित है। शराब पर एक रुपए का सेस (टैक्स)लगाकर लगभग 9.50 करोड़ एकत्र हुए हैं। इस धनराशि का इस्तेमाल बेसहारा गौवंश के कल्याण के लिए किया जा रहा है। ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर, सोलन व ऊना में गौ अभ्यारण्यों को निर्माण किया जा रहा है। सोलन व ऊना जिला की सड़कें मार्च माह के अंत तक बेसहारा पशुओं से मुक्त हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में 250-250 बीघा क्षेत्र में चार गौशालाएं तैयार की जाएंगी।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इन गौशालाओं के निर्माण के लिए 2-2 करोड़ देने की घोषणा की है। साथ ही चंबा में 2.50 करोड़ रुपए की लागत से गौशाला बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के अंत तक पूरे प्रदेश में बेसहारा गौवंश को अधिक से अधिक संख्या में गौशाओं व गौ अभ्यारण्यों में भेजा जाएगा।
कंवर ने कहा कि इस काम में जन सहयोग अनिवार्य है। इस अवसर पर बाबा राकेश शाह अंबोआ दरबार, गौ क्रांति मिशन के हरिहर महाराज, प्रकाशानंद, शिवानंद, गौशाला प्रबंध समिति के प्रधान सुशील शर्मा तथा अमित शर्मा सहित अन्य स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
गाय सेवा में स्थानीय लोग बनें भागीदार: बाबा बाल
राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने इतिहास जानता है संत महापुरुष गाय रखते थे उनकी पूजा अर्चना करते थे। गाय को भारतीय संास्कृति में माता का दर्जा दिया गया है और सनातन धर्म में गाय की सेवा को प्रमुखता से रखा गया है। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण ने भी गाय की सेवा की थी, इसी लिए गाय की सेवा को पुण्य के साथ जोड़ा जाता है। उन्होंने श्री बाल गोपाल गाऊ लोक धाम द्वारा स्थापित गऊशाला की सराहा करते हुए कहा कि इस गऊ शाला में अधिकतर गाय वें है, जो सड़को पर लवारिस घुमती थी।
उन्हें आश्रय दिया गया है और सैकड़ों लोग इस गऊशाला से जुड़कर सेवा के कार्य में जुटे है,जो कि पुण्य कमाने के सामान है। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन द्वारा अनेक गऊशालाएं खोली जा रही है। इनका बेहतर संचालन हो, इसके लिए स्थानीय लोगों को इसमें शामिल करना चाहिए और निरआश्रित गाय को गऊशालाओं में सहारा दिया जाना चाहिए।
गौसेवा के लिए अधिक से अधिक दान दें: सत्ती
कार्यक्रम के दौरान पूर्व प्रदेशाध्यक्ष भाजपा सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि प्रदेश सरकार गौशालाओं के संचालन के लिए आर्थिक मदद प्रदान कर रही है। इसके अलावा जिला प्रशासन ऊना भी चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से सहायता प्रदान करता है।
आम लोगों से भी उन्होंने इस नेक काम में उदार सहयोग देने की अपील की। सत्ती ने कहा कि समाज में शादियों पर बेतहाशा पैसा खर्च किया जा रहा है। अगर ऐसे संपन्न परिवार गौ सेवा के लिए भी दान दें तो इससे बेसहारा पशुओं की समस्या को दूर करने में मदद मिलेगी।