प्रतिमा चौहान। शिमला
सरकारी स्कूलों के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए खुशी की खबर है। इन स्कूलों में पढऩे वाले बीपीएल व अंत्योदय कैटागरी के छात्रों को सरकार स्मार्टफोन दे सकती है। शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि अब हर साल मेरिट में आने वाले छात्रों को लैपटॉप की जगह स्मार्टफोन ही दिए जाएंगे। इससे शिक्षा विभाग सरकार का लाखों का बजट बचाएगा। लैपटॉप से बचाए गए बजट से गरीब व अनाथ बच्चों के लिए मोबाइल खरीदे जाएंगे। शिक्षा विभाग हर साल बीपीएल व अंत्योदय के पात्र छात्रों का चयन करेगा। हर साल इन छात्रों को स्मार्टफोन दिए जाएंगे, ताकि छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई की राह आसान हो सके।
जयराम सरकार ने केवल एक बार ही दिए लैपटॉप
बता दें कि राज्य सरकार हर साल 11 हजार से ज्यादा मेधावी छात्रों को लैपटॉप देकर सम्मानित करती है। हालांकि जयराम सरकार के कार्यकाल में मेधावियों को केवल एक ही बार लैपटॉप आवंटित किए गए हैं। तीन साल से मेधावी छात्र लैपटॉप का इंतजार कर रहे हंै, लेकिन उनका ये इंतजार लंबा होता जा रहा है। वहीं, स्मार्ट फोन की खरीद जहां जल्द होगी, जिससे मेधावी छात्रों के साथ ही बीपीएल व अंतोदय के छात्रों को भी इसका फायदा मिल सकेगा।
शिक्षा विभाग की मानें तो स्मार्ट मोबाइल फोन में सभी स्टडी टूल्स छात्रों को मुहैया करवाए जाएंगे। वहीं, हर घर पाठशाला, दीक्षा पोर्टल पर भी हिमाचल के छात्रों को पूरा सिलेबस पहले से ही डाउनलोड करवा कर दिया जाएगा। इससे सभी छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई आसान हो जाएगी। विभाग की प्लानिंग है कि जो स्मार्ट फोन छात्रों को दिए जाएंगे, उसमें स्टडी के अलावा अन्य कोई भी सॉफ्टवेयर छात्र डाउनलोड नहीं करवा पाएंगे।
इतने मेधावी छात्रों को लैपटॉप देती है सरकार
गौरतलब है कि राज्य सरकार स्कूलों में दसवीं और बारहवीं कक्षाओं और बीए के मेधावी छात्रों को लैपटॉप देती है। इसमें दसवीं के 4450, बारहवीं के भी 4450 मेधावी छात्रों को शामिल किया जाता है। इसके साथ ही कॉलेज के 900 छात्रों को भी हर साल सम्मानित किया जाता है।
मेधावी छात्रों को अब लैपटॉप की जगह मोबाइल फोन देने की प्लानिंग की गई है। इसके साथ सरकारी स्कूल में बीपीएल व अंत्योदय छात्रों को भी स्मार्टफोन दिए जाएं, इसके लिए प्रपोजल तैयार कर दिया है। अब केवल सरकार की मंजूरी लेना बाकी है।
-डॉ. अमरजीत शर्मा, निदेशक
उच्च शिक्षा विभाग।