राजीव भनोट। ऊना
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर कोरोना आपदा की इस दूसरी लहर में अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को ऑक्सीजन संबंधी किसी भी आपात स्थिति से बचाने के लिए अपने निजी प्रयासों से 55 और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने जा रहे हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना आपदा की इस दूसरी लहर ने विकराल रूप धारण कर हम सभी को गम्भीर चिंता में डाल दिया है। संक्रमण की तीव्र गति बड़ी आबादी को अपने निशाने पर ले रही है और यही हम सब की परेशानी का मुख्य कारण है। इस समय देश के कई राज्य अत्यधिक विकट परिस्थितियों का सामना कोरोना की दूसरी लहर के कारण कर रहे हैं और इस बढ़ते संक्रमण के चलते पूरे देश में ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ी है।
अपने संसदीय क्षेत्र में मैं नियमित रूप से स्थानीय प्रशासन व ज़िम्मेदार व्यक्तियों के सम्पर्क में हूं और यहां किसी भी व्यक्ति को परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रयासरत हूं। गत दिवस हमीरपुर में ऑक्सीजन की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए 50 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाने के बाद अब विशेष रूप से ऊना के लिए 55 ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जा रही है जिससे यहां ऑक्सीजन की कोई कमी न होने पाए।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार कोरोना आपदा से निपटने के लिए हर ज़रूरी कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए बैठक में 3 महीने के लिए ऑक्सीजन से जुड़ी वस्तुओं उपकरणों के आयात पर बेसिक कस्टम ड्यूटी और हेल्थ सेस नहीं लगाए जाने का निर्देश दिया जो कि कदम स्वागत योग्य है।
मोदी ने देशभर के जिला मुख्यालयों पर सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट बनाने की मंज़ूरी दे दी है। पीएम केअर्स फंड से 551 अस्पतालों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट्स लगाए जाएंगे जिससे कोरोना के ख़िलाफ़ जंग में बल मिलेगा। साथ ही प्रधानमंत्री जी ने राजस्व विभाग को ऐसे उपकरणों के इंपोर्ट पर जल्द से जल्द कस्टम क्लीयरेंस देने व कोरोना के टीकों के आयात पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को 3 महीने के लिए खत्म करने के निर्देश दिए हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में जब तक हम सब अपना योगदान, अपनी भूमिका सुनिश्चित नहीं करेंगे तब तक यह लड़ाई जीतना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि सब लोग मास्क लगाएं, हैंड सेनिटाइजर का उपयोग करें, समाजिक दूरी अपनाएं और वैक्सीनेशन करवाएं और इन सब बातों को एक प्रोटोकॉल नहीं बल्कि नैतिक जिम्मेदारी समझें।