सुदर्शन ठाकुर : पतलीकूहल
रविवार को शाम लगभग साढ़े चार बजे बाड़ी के जंगल में बिजली की ट्रांसमिशन लाइन से लगी आग ने सोमवार को बंदल गांव में सेब के बगीचों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस आग से लाखों की वन संपदा के साथ-साथ लोगों के सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है। मंगलवार को ग्राम पंचायत हलाण-दो की प्रधान ने गांव बाड़ी के वार्ड पंच नैन प्रकाश व धर्मवीर की साथ जाकर सेब के बागीचों को आग से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस आग से लोत राम, रेवत राम, बालक राम और पोषू के लगभग 70 से 80 सेब के पेड़ पूरी तरह से जल गए हैं साथ ही लगभग 100 पेड़ आंशिक रूप से झुलस गए हैं।
आग को भड़कता देख वन विभाग के चौकीदार प्यारे लाल भी आग बुझाने मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काफी मशक्कत के बाद सोमवार शाम को आग पर क़ाबू पाने में सफलता हासिल की। ग्रामीण लोत राम ने बताया कि यह आग कंचनजंगा पावर प्रोजेक्ट की ट्रांसमिशन लाइन में स्पार्किंग की बजह से लगी है। वहीं, कंचनजंगा पावर कंपनी के प्रबंधक आशुतोष ने कहा कि हमारी ट्रांसमिशन लाइन से जंगल में किसी प्रकार की आग नहीं लगी है।
कार्रवाई की उठाई मांग
ट्रांसमिशन लाइन से इस जंगल की वन संपदा को कई बार नुकसान होता है। 24 मेगावॉट के इस पॉवर प्रोजेक्ट की ट्रांसमिशन लाइन को जंगल के बीच से फोजल सब स्टेशन तक टावर के स्थान पर पोल पर ले जाया गया है। कई स्थानों पर तारों की ऊंचाई जमीन से काफी कम है जिससे स्पार्क होने से जंगल में आग भड़कने की संभावना अधिक रहती है। स्थानीय लोगों केहर सिंह, लोत राम, बालक राम, अमर चंद आदि ने प्रशासन से प्रोजेक्ट की ट्रांसमिशन लाइन को बीच जंगल से पोल पर ले जाने की छानबीन करने की अपील की है और आग्रह किया है कि वन संपदा और स्थानीय जनता को नुक़सान पहुंचाने के लिए उक्त प्रोजेक्ट पर सख्त कार्रवाई की जाए।