राज शर्मा। धर्मशाला
सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने वाले प्रदेश के कलाकार लॉकडाउन के चलते पाई-पाई को मोहताज हो गए हैं, क्योंकि पिछले एक अरसे से उन्हें कोई भी काम नहीं मिला है। इसी के चलते वीरवार को सरस्वती स्वर संगम, वंशिका सांस्कृतिक कलामंच, धौलाधार सांस्कृतिक युवा मंच, त्रिगर्त कला मंच आदि के कलाकारों ने धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया से मुलाकात कर उन्हें अपनी व्यथा सुनाई।
इन कलाकारों का कहना है कि वे प्रदेश सरकार की कल्याणकारी नीतियों को लोगों तक पहुंचाने में अहम कड़ी का रोल अदा करते हैं और इसी से उनके परिवार का भरण-पोषण होता है, लेकिन अब काम न मिलने से उन्हें भूखे मरने की नौबत आ गई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रदेश सरकार उनके लिए भी राहत पैकेज जारी करे, ताकि संकट की इस घड़ी से वे भी उबर सकेें और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के पैनल में 62 ग्रुप्स के माध्यम से 682 कलाकार इंपैनल्ड हैं, जिनका आमदनी का केवल यही एक जरिया है। विधायक ने उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना और सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
लोगों को जागरूक करने का काम दे सरकार
प्रदेश के कलाकारों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जिस तरह से वे पहले सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाते हैं, उसी तर्ज पर उन्हें कोरोना से लोगों को जागरूक करने का काम दे दिया जाए , ताकि लोग भी कोरोना से जागरूक हो सकें और उन्हें भी इस मुश्किल घड़ी में काम मिल सके।