करसोग। दिनेश कुमार
जिला मंडी के तहत करसोग उपमंडल में आधी रात को कुदरत ने अपना कहर बरपाया है। यहां भारी तूफान की वजह से कई क्षेत्रों में भवनों की छतें उड़ गई और सेब के पेड़ जड़ से उखड़ गए। यही नहीं मूसलाधार बारिश की वजह से लोगों के घरों में पानी धुस गया और फसलों के लिए तैयार किए गए खेतों से पानी से मिट्टी तक बह गई।
इस कारण कोरोना काल की मार झेल रहे किसानों और बागवानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। करसोग के अधिकतर क्षेत्रों में तूफान और भारी बारिश ने तबाही मचाई है। ग्राम पंचायत कांडी सपनोट के बगो गांव में तूफान से मकान की छत्त उखड़ गई। जिससे मकान मालिक दिनेश कुमार को करीब 4 से 5 लाख का नुकसान झेलना पड़ा है। इसके अतिरिक्त खनेयोल बगड़ा में तूफान ने स्कूल की छत उड़ गई है। शाहोट पंचायत में कई घरों की छतें उड़ गई हैं। जिसकी सूचना मिलते ही तहसीलदार राजेन्द्र ठाकुर मौके के लिए रवाना हो गए हैं।
ग्राम पंचायत कांडी सपनोट के बगो के दिनेश कुमार ने बताया कि तूफान की वजह से मकान की छत गिर गई है। इस कारण लाखों का नुकसान हुआ है। उन्होंने सरकार से नुकसान की भरपाई किए जाने की मांग की है।
खादरा पंचायत के प्रधान रमेश कुमार ने बताया कि करसोग विधान सभा क्षेत्र में आये भारी तूफान और बारिश ने तबाही मचाई है। खादरा पंचायत सहित कई क्षेत्रों में सेब के पौधे जड़ से ही उखड़ गए हैं और सेब भी ड्राप हुआ है। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है अभी तक सरकार ने ओलावृष्टि से नुकसान की भी भरपाई नहीं की है। तहसीलदार राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि फील्ड अधिकारियों से तूफान और बारिश से हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी गई है।