मुस्लिम लॉ बोर्ड मुस्लिमों का प्रतिनिधि नहीं
औवसी भी मुस्लिम हितों का ठेकेदार नहीं
राम मंदिर का विरोध करने वालों के खिलाफ चले देशद्रोह का मुकद्दमा
हिमाचल दस्तक, अनूप शर्मा। बिलासपुर
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की हिमाचल इकाई के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने राम मंदिर निर्माण के मुददे पर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि जब भी अयोध्या में राम मंदिर का निमाण कार्य शुरु होगा। तब हिमाचल से मुस्लिम कार सेवकों के जत्थे अयोध्या जाएंगे। व राम मंदिर निर्माण में सहायता कर अहम भूमिका निभाएंगे।
केडी हिमाचली ने विरोध करने वालों और पुर्नविचार याचिका दायर करने वालों को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि मुस्लिम लॉ बोर्ड भारतीय मुस्लिमानों का प्रतिनिधि नहीं हैं। वह केवल एक एनजीओ है। वहीं कुछ और लोग अपनी दुकानदारी बंद होते देख इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं, जबकि नब्बे प्रतिशत मुस्लिम इसका विरोध नहीं कर रहे हैं। इसलिए सरकार को चाहिए जो इस मुद्दे पर देश के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाडऩा चाहते हैं। उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
उन्होने कहा कि औवेसी जैसे नेता भी भारतीय मुसलमानो के ठेकेदार नहीं हैं। देश भर में हिंदू मुस्लमान अमन व शांति चाहता है, और देश की तरक्की के लिए बराबर हिस्सेदार बनकर भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया विजन और सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है।
केडी हिमाचली ने कहा कि रामजन्म भूमि का निर्णय ऐतिहासिक है। हम सब मुस्लमान उसका स्वागत करते हैं। उन्होंने पूरे देश के मुस्लमानों से आह्वान किया है कि बांटने वालों से बचना है, और देश की एकता अखंडता आपसी भाईचारे को आंच न आएं ऐसा माहौल बनाना है। उन्होंने कहा कि मुस्लमानों के लिए मक्का-मदीना और सिखों के लिए स्वर्ण मंदिर जितना पूजनीय है। वैसे ही हिंदूओं के लिए उतना ही राम जन्मभूमि स्थान अयोध्या का महत्व है। उन्होंने कहा कि जब भी सरकार या राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट मंदिर निर्माण शुरु करेंगे। तो मुस्लमान जत्थों में जाकर राम मंदिर निर्माण में सेवा करेंगे। उन्होंने इससे जुड़े अन्य मुददों पर भी चर्चा की। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता मुनीर अख्तर लाली और युसुफ भी मौजूद रहे।