कमल शर्मा / शाहतलाई
बाबा बालक नाथ मंदिर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला व समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने बने शुल्भ शौचालय के सेप्टिक टैंक पर ढक्कन न होने की बजह से क्षेत्र में दुर्गंध फैली हुई है । इस सेप्टिक टैंक से आ रही बदबू भी भंयकर बिमारियों को न्यौता दे रहा है जंहा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वच्छ भारत के स्वप्न को पूरा करने के लिए हर किसी को स्वच्छ दे रहे हैं वंही दूसरी ओर शाहतलाई मे शुल्भ शौचालय के सेप्टिक टैंक फर ढक्कन खुला होना प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है।
जिस सेप्टिक टैंक के खडडे का ढक्कन खुला है उसकी दिवार पर भी स्वच्छता का संदेश लिखा हुआ है फिर भी उस संदेश का कोई संज्ञान नही लिया। हांंलाकि, शुल्भ शौचालय के सेप्टिक टैंक पर ढक्कन न होने की बजह से मंदिर व स्वास्थ्य केंद्र मे आने वाले दिक्कतों सामना करना पड रहा है इतना ही नहीं बल्कि सेप्टिक टैंक का ढक्कन खुला होने के कारण कोई राहगीर भी इस टैंक की चपेट में आ सकता है। सेप्टिक टैंक के ढक्कन को खुले देखकर हर कोई यही कह रहा है कि प्रशासन श्रद्धालुओं को पुख्ता इंतजाम होने के दावे करता रहता है मगर हकीकत मे देखा जाए तो कुछ और ही होता है। इस संदर्भ में मंदिर न्यास के प्रभारी सुखदेव चंंदेल से संपर्क किया तो उन्होंने पुष्टि करते हुए कहा कि शुल्भ शौचालय के सेप्टिक टैंंक के ढक्कन खुुला होने की जानकारी नहीं है अगर फिर भी सेप्टिक टैंक का ढक्कन खुुला होगा तो उसे शीध्र ही बंद करवा दिया जाएगा।