एजेंसी। चीबा (जापान)
भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने शनिवार को यहां कजाखस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हराकर तोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) की कुश्ती प्रतियोगिता (Wrestling Competition) में पुरुषों के 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक (Bronze Medal) जीता।
यह भारत का कुश्ती में दूसरा और वर्तमान खेलों में कुल छठा पदक है। भारत ने इस तरह से एक ओलंपिक में सर्वाधिक पदक जीतने के अपने पिछले रिकॉर्ड की बराबरी की। इससे पहले रवि दहिया ने कुश्ती में पुरुषों के 57 किग्रा भार वर्ग में रजत पदक जीता था।
भारत ने इससे पहले लंदन ओलंपिक 2012 में छह पदक जीते थे तब कुश्ती में सुशील कुमार ने रजत और योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक हासिल किया था। बजरंग शुरू से ही दृढ़ इरादों के साथ मैट पर उतरे।
उन्होंने पहले पीरियड दो अंक बनाए और इस बीच अपने रक्षण का अच्छा नमूना पेश किया। वह दूसरे पीरियड में अधिक आक्रामक नजर आए जिसमें उन्होंने छह अंक हासिल किए। इस जीत से बजरंग नियाजबेकोव से विश्व चैंपियनशिप 2019 के सेमीफाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बजरंग पूनिया को ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तोक्यो ओलंपिक के कुश्ती मुकाबले में कांस्य पदक जीतने पर बजरंग पूनिया को बधाई दी।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मैच में जीत के बाद पूनिया से बात की और उनके दृढ़ निश्चय व कठिन परिश्रम की प्रशंसा की, जिसकी वजह से उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की।मोदी ने एक ट्वीट में कहा, तोक्यो 2020 से खुश करने वाली खबर। बजरंग पूनिया शानदार तरीके से लड़े। आपको इस उपलब्धि के लिए बधाई, जिसने हर भारतीय को गौरवान्वित व खुश किया। बजरंग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तोक्यो में कजाखस्तान के दौलत नियाजबेकोव को 8-0 से हराकर ओलंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता में पुरुषों के 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता।