वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
प्रदेश के लैब अटेंडेंट पर इस बार गाज गिरी है। उच्च शिक्षा विभाग ने एससीईआरटी की ट्रेनिंग में न जाने पर छ: लैब अटेंडेंट को नोटिस जारी किया है। वहीं सालाना होने वाली इंक्रीमेंट पर भी रोक लगा दी है। इसके साथ ही जिला उपनिदेशकों को भी निर्देश दिए गए है कि ट्रेनिंग से अबसेंट रहने वाले लैब अटेंडेंट के ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाए। बता दे कि एससीईआरटी सोलन द्वारा 4 से 9 जुलाई तक स्कूल प्रयोगशालाओं के सहायकों के लिए छह दिन का ट्रेनिंग कार्यक्रम रखा गया था। हैरानी इस बात की है कि बार – बार निर्देशों के बावजूद भी 50 में से 44 ही लैब अटेंडेंट ट्रेनिंग में हिस्सा देने के लिए पहुंचे। छह जिलों के सरकारी स्कूलों से लैब शिक्षकों के लिए यह ट्रेनिंग रखी गई थी। इसमें बिलासपुर से 8, किन्नौर 6, शिमला 9, सोलन 9, सिरमौर 9, ऊना से 9 लैब अटेंडडेंट को बुलाया गया था। इसमें कई जिलों से लैब अटेंडेंट ट्रेनिंग से गायब रहे।
उच्च शिक्षा निदेशक डॉक्टर अमरजीत शर्मा ने बिलासपुर, किन्नौर, शिमला व सिरमौर के जिला उपनिदेशकों को भी निर्देश जारी किए है। आदेशों में कहा गया है कि ट्रेनिंग में हिस्सा न लेने वाले अटेंडेंट पर अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाने के बाद शिक्षा निदेशालय में एक्शन रिपोर्ट सौंपी जाए। गौर हो कि सरकारी स्कूलों में साइंस, कैमिस्ट्री जैसी केमिकल लैब में कई हादसें हो चुके है। सरकारी स्कूलों के लैब अटेंडेेंट को केमिकल कितना इस्तेमाल करना है, इसकी सही जानकारी नहीं होती है। हाली में दो साल पहले शिमला जिला के एक0 सरकारी स्कूल में साइंस प्रेक्टिकल परीक्षा के दौरान लैब में आग लग गई थी। इस वजह से कई बच्चों की आंखे चली गई थी। इस तरह के हादसों को रोकने के लिए एससीईआरटी की ओर से लैब अटेंडेंट स्कूल को यह ट्रेनिंग करवाई जा रही थी, ताकि वो लैब में इस्तेमाल होने वाली चीजों को सही तरिके से समझ सकें।
इन जिलों के लैब अटेंडेंट गायब
शिक्षा विभाग की जानकारी के अनुसार बिलासपुर से 1, किन्नौर 3, शिमला 1, सिरमौर से एक लैब अटेंडेंट एससीईआरटी की ट्रेनिंग से नदारद रहे।