राजीव भनोट।ऊना।
यूनाइटेड फॉर्म ऑफ बैंक यूनियंस अपनी मांगों को लेकर 2 दिन की 2 दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं क्योंकि वेतन रिवीजन नवंबर 2012 से पेंडिंग है । यह बात कर्मचारी नेता उमेश ठाकुर ,अंजनी शर्मा,राकेश,विजय ने कही।
उन्होंने कहा कि इसके लिए यूनियंस द्वारा 2017 में ही डिमांड दे दिया था ,उसके बाद लगातार आईबीए के साथ निरंतर बातचीत के बावजूद हमारे साथ कोई संतोषजनक समझौता नहीं हुआ है ,आज भी आईबीए के साथ यूनिफॉर्म बैंकिंग की मीटिंग हुई थी, लेकिन उनकी तरफ से सही ऑफर ना मिलने के कारण हमें मजबूरन हड़ताल पर जाना पड़ रहा है।
यह हड़ताल 31 जनवरी और 1 फरवरी तक 2 दिन के लिए है और अगर हमारी मांगे इसी तरह नहीं मांगी गई तो आगे 3 दिन की हड़ताल की जाएगी और 1 अप्रैल से बैंक अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे ,इस हड़ताल के लिये भारत सरकार जिम्मेवार है, क्योंकि बैंक बैंक यूनियंस द्वारा बार-बार वार्ता करने के बावजूद भी हमारी मांगों को अभी तक मानने में असमर्थ रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांगे हमारे वेतनमान को कम से कम 20 परसेंट की वृद्धि के साथ साथ में 5 दिन का सप्ताह फाइव डे वीक करना,उसके अलावा नई पेंशन स्कीम को खत्म करके पुरानी स्कीम लागू करना और फैमिली पेंशन में ऑपशन। इसके अलावा और कुछ मांगे जो हमने रखी है उन पर अभी तक कोई संतोषजनक उत्तर नहीं आया इसके लिए हम मजबूर स्ट्राइक पर जा रहे हैं और आगे भी इस तरह से अपने आंदोलन को जारी रखेंगे।