हिमाचल दस्तक। टाहलीवाल
बाथड़ी पंजाब सीमा पर टोल पर्ची बैरियर से 50 मीटर दूरी पर पंजाब की तरफ से निकाले गए अस्थायी रास्ते पर उपजे विवाद को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने टोल बैरियर धरना दिया।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जब से जब से हिमाचल में टोल पर्ची शुरू हुई है तब से लेकर आज दिन तक कभी भी पर्ची नहीं लगी थी, लेकिन जब से नए ठेकेदार के पास इसका ठेका आया है तो वह गांव वालों की गाड़ियों की भी जबरदस्ती पर्ची काट रहा है और जब हम उससे बात करते हैं तो वह बात करने से इंकार कर देता है।
गांव वालों का कहना है कि जब भी हमारी कोई गाड़ी पंजाब की तरफ जाती है और वापस खाली आती है तो उसकी पर्ची न काटी जाए। अगर भरकर आती है तो उसकी आधी पर्ची काटी जाए लेकिन ठेकेदार इस बात से सहमत नहीं हो रहा है और जबरदस्ती सभी गाड़ियों की पर्ची काट रहा है ।
टोल पर्ची इंचार्ज रविंद्र सिंह ने बताया कि गांव वालों ने टोल पर्ची बचाने के लिए अलग से रास्ता निकाला था जिसके चलते हमें रोज लभगभ 25000 रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा था जिसके संबंध में हमने विभाग को लिखित दिया था कि हमें टोल बैरियर 50 मीटर आगे करने की अनुमति दी जाए और आज उसकी अनुमति मिल गई है और टोल बैरियर को 50 मीटर आगे शिफ्ट किया गया है।
जब इस संबंध में आबकारी एवं कराधान असिस्टेंट कमिश्नर जेएस ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग के पास टोल बैरियर को शिफ्ट करने के लिए एप्लिकेशन आई थी जिसकी मंजूरी शिमला से मिल गई है।
उन्होंने कहा कि टोल बैरियर को पंजाब की तरफ 50 मीटर आगे कर दिया गया है। जहां तक पर्ची काटने की बात है वह स्थानीय ग्रामीणों व टोल पर्ची ठेकेदार का मामला है। इस बारे दोनों आपस में बात कर सकते हैं।