खेमराज शर्मा : शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बीबीएमबी प्रबंधन हिमाचल सरकार की और से उठाए जाने वाले मुद्दों को गंभीरता से नहीं ले रहा है। ऐसे में जल्द ही प्रदेश सरकार बीबीएमबी के अध्यक्ष के साथ वार्ता करेगी और हिमाचल से जुड़े मामलों के समाधान के लिए कहेगी। इस दौरान बीबीएमसी से प्रभावित क्षेत्रों के विधायक भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री ने बुधवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा कि बीबीएमबी प्रबंधन से अनेक बार परियोजना प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को लेकर बातचीत हो चुकी है, लेकिन बीबीएमबी प्रबंधन हिमाचल सरकार द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
उन्होंने कहा कि बीबीएमबी के अध्यक्ष के साथ होने वाले बैठक में सुंदरनगर, बल्ह और नाचन समेत सभी प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों को भी बुलाया जाएगा, ताकि वे अपना-अपना पक्ष रख सके। मुख्यमंत्री ने माना कि बीबीएमबी के सुंदरनगर स्थित जलाशय से निकलने वाली गाद के कारण खासकर बल्ह विधानसभा क्षेत्र में काफी तबाही हो रही है। बीबीएमबी के साथ प्रदेश के अनेक मुद्दे लंबित पड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आउटसोर्स पर जो स्वयं नीति नहीं बना सके वह खुद क्या कहेंगे। सीएम ने कहा कि अभी उनके पास काफी समय है। सरकार आचार सहिंता लगने तक मेहनत के साथ काम करेगी। बजट के बाद भी काम जारी रहेगा। विधायक राकेश जम्वाल के मूल प्रश्न के उत्तर में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि सुकेती खड्ड पर जमीन विवाद के चलते पुल के निर्माण कार्य में देर हुई है।