अनूप शर्मा। बिलासपुर
बिलासपुर जिले मेें इस वर्ष आम की बंपर फसल कोविड-19 की भेंट चढ़ गई है। इस बार आम की बेहतर फसल होने के बावजूद किसानों को इसके लिए खरीदार नहीं मिल रहे हैं जिससे किसानों को मायूसी झेलनी पड़ रही है। इसका मुख्य कारण कोविड-19 संक्रमण का अभी जारी रहना माना जा रहा है।
कोविड-19 के कारण बाहरी राज्यों व अन्य जिलों से आने वाले व्यापारी भी नहीं आ रहे हैं। किसान ही नहीं, बल्कि उद्यान विभाग को भी अपनी नर्सरियों में तैयार आम का सही मूल्य नहीं मिल सका।
उधर उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. विनोद शर्मा का कहना है कि इस वर्ष बिलासपुर जिले में पिछले दस वर्षों से बेहतर व बंपर फसल हुई है, लेकिन इस वर्ष कोविड-19 के कारण आम की खरीद प्रभावित हुई है। इसके चलते विभाग को भी कुछेक नर्सरियों के आम को स्वयं बेचना पड़ा।
सरकार द्वारा किसानों की सुविधा के लिए मंडी मध्यस्थता योजना के तहत आम का साढ़े आठ रुपये समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है, ताकि किसानों को नुकसान न हो। इसके अलावा विभाग ने छह स्थानों पर क्रय केंद्र भी स्थापित किए हैं, जहां किसान अपना आम बेच सकते हैं।