अनूप शर्मा। बिलासपुर
भारतीय सेना में अदम्य साहस का परिचय वक्त पर देने वाले जांबाज़ सैनिकों के शौक के किस्से मशहूर हैं। कोई गीत गाता है तो कोई इंस्ट्रूमेंट बजाकर अपनी अदाकारी प्रस्तुत करता है लेकिन ऐसे में एक सैनिक का रैपर होना सेना में आधुनिकता को दर्शाता है। जी हां यहां बात हो रही है भारत-तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी के जवान विशाल चंदेल की, जो अपनी रैपिंग अदाकारी के बलबूते न सिर्फ बिलासपुर बल्कि अपनी सेना टुकड़ी के साथ देश का गौरव बन गए हैं।
अभी हाल ही में 26 जनवरी के कार्यक्रम में एक निजी नेशनल चैनल पर विशाल चंदेल ने अपनी परफॉर्मेंस देकर अपने सेना के उच्चाधिकारियों को हैरान कर दिया। बिलासपुर जिले के घुमारवीं के भदरोग गांव में पिता रमेश कुमार और माता संतोष कुमारी के घर जन्मे विशाल की प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूलों में हुई है। बचपन से ही विशाल अपने सहपाठियों का मनोरंजन करते रहे हैं।
विशाल चंदेल ने बताया कि कुछ अलग करने का शौक उन्हें बचपन से ही था, लेकिन मौजूदा परिवेश में रैप का जादू सभी के सिर चढ़ कर बोलता है। यह एक ऐसी क्रिया है जिसे शब्दों में बुनकर परोसा जाता है। लोगों को जब यह पसंद या नापसंद आती है तो इसका रिस्पांस भी त्वरित होता है। दूसरे शब्दों में यह शायरी का नया प्रारूप है।
मुंबई के मशहूर रैपर भूमिया को अपना गुरु मानने वाले विशाल ने वर्ष 2010 में शिवा इंजीनियरिंग कॉलेज में अपनी परफॉर्मेंस देकर अपने मंसूबे साफ कर दिए थे। वर्ष 2014 में आईटीबीपी में भर्ती हुए विशाल का शौक सेना में भी जारी है। वर्तमान में वह देहरादून में सेवारत विशाल ने बताया कि जब भी वह खाली होते हैं तो स्वयं गाना बनाते हैं तथा उसे गाने का अभ्यास करते हैं। उन्होंने बताया कि देश की सेवा और रैप उनका जुनून है।