हिमाचल दस्तक। ऊना
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में चल रही खींचतान के मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। आज ऊना मंडल भाजपा ने एपीएमसी अध्यक्ष बलवीर सिंह बग्गा की अगुवाई में एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन पत्र भेजकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा में हो हल्ला करने वाले कांग्रेस विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की मांग उठाई। जबकि कुछ ही देर बाद कांग्रेस सेवा दल ने भी जिला मुख्य संगठक राजपाल शर्मा की अध्यक्षता में राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर भाजपा पर गुंडागर्दी करने का आरोप जड़ा।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के अभिभाषण को लेकर गरमाया मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को जिला मुख्यालय पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और एपीएमसी के अध्यक्ष बलवीर सिंह बग्गा की अगुवाई में भाजपाइयों ने कांग्रेस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर विधानसभा से पांच कांग्रेसी विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की मांग उठाई। भाजपा के वरिष्ठ नेता और एपीएमसी के अध्यक्ष बलवीर सिंह बग्गा ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों ने लोकतंत्र की मर्यादाओं का हनन किया है। कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल जैसी संवैधानिक ताकत के साथ दुर्व्यवहार करके हिमाचल प्रदेश की छवि को भी धूमिल करने का प्रयास किया। भाजपा राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भेजकर इन सभी कांग्रेसी विधायकों की विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने की मांग कर रही है।
वहीँ कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने भी जिला मुख्य संगठक राजपाल शर्मा की अगुवाई में जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है। कांग्रेस सेवा दल के जिला मुख्य संगठक राजपाल शर्मा ने कहा कि भाजपा गुंडागर्दी पर उतारू हो गई है। कांग्रेस के जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों को विधानसभा के अंदर बोलने नहीं दिया जा रहा है। यदि कांग्रेस के विधायक जनता की आवाज को विधानसभा में उठाने का प्रयास करते हैं तो भाजपा सरकार उन्हें विधानसभा से निलंबित करवा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की इस गुंडई को कतई सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा अगर सरकार ने विधायकों पर की कार्रवाई वापिस न ली तो कांग्रेस सेवादल उग्र आंदोलन छेड़ेगी।