शिमला:
राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा फिर चौंकाने वाली है। ये संभव है कि जो नाम इस सीट के लिए चर्चाओं में हैं, उनमें से कोई न हो। इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में ऐसा हो चुका है। कोई ऐसा नाम भी हो सकता है, जो सक्रिय राजनीति में हो ही नहीं।
इधर पार्टी में चर्चा है कि किसी मंत्री को राज्यसभा भेजने की संभावना नहीं है, क्योंकि सरकार अब उपचुनाव का पंगा नहीं लेना चाहती। इससे समय, ऊर्जा और संसाधन ही बेकार जाएंगे। इधर, दिल्ली और जयपुर गए सीएम जयराम ठाकुर सोमवार को शिमला लौट रहे हैं। वह मंगलवार को होली के दिन शिमला में होंगे।
राज्यसभा के प्रत्याशी पर फैसला भी होली के बाद ही होने की संभावना है। क्योंकि इससे पहले दिल्ली में संसदीय बोर्ड की बैठक तय नहीं है। भाजपा संसदीय बोर्ड ही नाम फाइनल करेगा। इससे पहले राज्य भाजपा से पैनल भी मांगा जा सकता है। इधर, शिमला में राज्यसभा की खाली होने वाली एक सीट के लिए अधिसूचना जारी हो गई है और अब तक 13 मार्च तक नामांकन है।
ये सीट वर्तमान सांसद विप्लव ठाकुर का कार्यकाल पूरा होने पर दोबारा भरी जा रही है। दरअसल राज्यसभा की सीट के साथ राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्रियों के तीन पद भी खाली हैं। इसलिए सबकी नजर हाईकमान के फैसलों और संकेतों पर है।
संसदीय बोर्ड राय मांगेगा तो देंगे : बिंदल
भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने बताया कि राज्यसभा चुनाव को लेकर संसदीय बोर्ड में ही फैसला होगा। राज्य भाजपा से यदि कोई राय मांगी जाएगी, तो देंगे। संसदीय बोर्ड बिना राय के भी फैसला ले सकता है। राज्यसभा के लिए नामांकन 13 मार्च तक है और इससे पहले उपयुक्त समय पर फैसला आ जाएगा।