नई दिल्ली : महात्मा गांधी के संदेश एवं मूल्यों को देश दुनिया के लिए आदर्श बताते हुए भाजपा अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि पार्टी महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से लेकर 152वीं जयंती तक उनके विचारों एवं संदेश को गांव-गांव तक पहुंचाने का काम करेगी।
शाह ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली के शालीमार बाग में भाजपा की संकल्प यात्रा में हिस्सा लेते हुए कहा, देश भर में भाजपा के कार्यकर्ता आज से लेकर 31 अक्टूबर तक 150 किलोमीटर पदयात्रा कर गांधी जी के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करेंगे। प्रदूषण मुक्त स्वच्छ भारत के निर्माण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में हम आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि स्वदेश, स्वधर्म, स्वभाषा और स्वदेशी के मूल्यों को हम गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचाने का काम करेंगे।
संकल्प यात्रा को हरी झंडी देने के बाद शाह ने पदायात्रा में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा, मैं देश भर के करोड़ों कार्यकर्ताओं को कहना चाहता हूं कि गांधी 150 हम सब के लिए संकल्प का वर्ष बने, गांधी 150 राष्ट्र को एक मकाम आगे ले जाने का वर्ष बने। वहीं प्लास्टिक मुक्त भारत के संकल्प पर उन्होंने कहा , प्लास्टिक हमारे वातारवण और स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है।
मैं सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि वे गांधी जयंती के दिन, एकल प्रयोग प्लास्टिक का उपयोग न करने का प्रण लें। शाह ने कहा कि अब मोदी जी देश को एकल प्रयोग प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने का संकल्प लेकर निकले हैं। इसे भी जन आंदोलन बनाने की जिम्मेदारी देश की जनता और भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं की है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हम गांधी जी के संदेश- बिना काम का धन, विवेकरहित खुशी, बिना चरित्र का ज्ञान, नैतिकता के बिना व्यापार, त्याग के बिना धर्म, मानवता के बिना विज्ञान और सिद्धांत के बिना राजनीति, इन सबका त्याग करने के लिए हम पूरे देश में जागरुकता फैलाएंगे।
गांधी जी के संदेश को देश-दुनिया के लिए महत्त्वपूर्ण बताते हुए शाह ने कहा कि महामानव जिसने पूरी दुनिया की समस्याओं को सुलझाने का रास्ता दिखाया, जिसने लोकतांत्रिक मूल्यों की जड़ें पाताल जितनी नीचे तक पहुंचाई, उन महात्मा गांधी की 150वीं जयंती से लेकर 152वीं जयंती तक उनके विचारों को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने न केवल देश बल्कि पूरी दुनिया में भारतीय मूल्यों को नई पहचान दी।