चौपाल के देइया-धोताली-कुपवी सड़क पर पेश आया हादसा, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे
हिमाचल दस्तक। नेरवा: उपमंडल चौपाल के तहत देइया-धोताली-कुपवी सड़क पर एक बोलेरो कैंपर लुढ़कने से सवार दोनों व्यक्तियों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार बोलेरो कैंपर संख्या एचपी 08ए-2538 नेरवा से कुपवी की तरफ जा रही थी, इस दौरान यह देइया से आधा किलोमीटर दूर घड़ाच गांव के समीप अनियंत्रित होकर करीब सौ मीटर नीचे खतरनाक ढांक में लुढ़क कर एक पेड़ से अटक गई।
हादसे में गाड़ी मालिक भोपेंद्र सिंह खागटा (52 ) पुत्र हरिया खागटा, डाकघर गयां, तहसील नेरवा, जिला शिमला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ज्ञान सिंह (40) पुत्र सुख राम गांव बागना, डाकघर व तहसील नेरवा, जिला शिमला खतरनाक ढांक के बीच एक पेड़ के सहारे अटकी गाड़ी के अंदर बुरी तरह फंस गया। खतरनाक ढांक होने की वजह से राहत व बचाव के लिए एकत्रित लोगों को ढांक में रस्सों के सहारे पेड़ से अटकी गाड़ी तक पंहुचने में करीब डेढ़ घंटा लग गया।
जब तक जान जोखिम में डाल कर लोग गाड़ी तक पंहुच पाए, तब तक ज्ञान ने भी प्राण त्याग दिए थे। बताया जा रहा है कि यदि समय रहते लोग ज्ञान को बाहर निकालने में सफल हो जाते तो शायद उसकी जान बच सकती थी। पुलिस व स्थानीय लोगों ने दोनों शवों को ढांक से निकल कर नेरवा अस्पताल पंहुचाया, जहां पर पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों के हवाले कर दिया है।
डीएसपी चौपाल वरुण पटियाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि नेरवा थाना में मामला दर्ज कर दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। चौपाल के विधायक बलवीर सिंह वर्मा ने हादसे पर गहरा शोक प्रकट किया है व मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की है। नायब तहसीलदार नेरवा अरुण ने मृतकों के परिजनों को दस-दस हजार रुपये फौरी राहत के रूप में प्रदान किए।