शिमला:
25 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र के लिए सरकार और विपक्ष 24 फरवरी को अपनी रणनीति बनाएगा। बजट सत्र 1 अप्रैल तक चलेगा और इसमें कुल 22 बैठकें होंगी। 6 मार्च को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपना बजट पेश करेंगे। ये उनका तीसरा बजट होगा। बजट सत्र के दौरान उठने वाले मुद्दों पर अब दोनों पक्ष 24 फरवरी को होने वाली बैठक में रणनीति बनाएंगे। दोनों पाटियों ने विधायक दलों की बैठक 24 फरवरी को बुलाई है।
सत्तापक्ष यानी भाजपा विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होगी। इसमें तय होगा कि सदन में विपक्ष की घेराबंदी का मुकाबला कैसे करना है? कैसे सरकार के पक्ष में अपनी बात सदन में रखनी है और बजट चर्चा में किस तरह से तथ्यों को रखा जाना है? सत्तापक्ष सरकार के काम सदन के रिकॉर्ड में लाने के लिए भी रणनीति बनाएगा। ये बैठक पीटरहॉफ में शाम सात बजे शुरू होगी। इस संदर्भ में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने सभी भाजपा विधायकों को सूचना भेज दी है।
इस बैठक में सीएम जयराम ठाकुर अपने दल के सभी 44 विधायकों को एकजुट करेंगे, ताकि सदन में विपक्ष के हमले का स्टीक जवाब दे सकें। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में होगी। इसमें सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। विपक्ष न केवल विकास, बेरोजगारी, महंगाई, प्रमाणपत्र फर्जीवाड़े, को लेकर सरकार को घेरेगा, बल्कि 15वें वित्तायोग को लेकर किये जा रहे दावों की काट भी खोजेगा।
सरकार की ओर से बार बार लिये जा रहे लोन के मामले पर भी विपक्ष सदन में आवाज बुलंद करेगा। ये बैठक विधानसभा परिसर या होलीडे होम में हो सकती है। नेता प्रतिपक्ष अग्रिहोत्री ने बताया कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक 24 फरवरी को होगी। इसमें सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ रणनीति तैयार की जाएगी और जनहित के मुद्दों पर सरकार से जवाब लेने के लिए चर्चा होगी।
पहले दिन कैबिनेट, दूसरे दिन विस अध्यक्ष चुनाव
इस बार विधानसभा का बजट सत्र कई मायनों में जुदा होगा। एक तो पहले दिन होने वाले राज्यपाल अभिभाषण में विधानसभा अध्यक्ष नहीं होंगे, बल्कि उपाध्यक्ष हंसराज सारी प्रक्रिया पूरी करवाएंगे। अभिभाषण के बाद विधानसभा में ही कैबिनेट की बैठक भी होगी। सदन में दूृसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही पहले विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। तीसरे दिन से सामान्य कामकाज विधानसभा में शुरू होगा। इसी बीच 27 फरवरी को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सोलन और शिमला आएंगे और इस कारण भी सदन में सत्तापक्ष की उपस्थिति पर असर पड़ेगा।