राजेश कुमार। धर्मशाला
पंजाब से जिला कांगड़ा में ईंटें लाकर बेचने की शिकायतें खाद्य आपूर्ति विभाग को मिल रही हैं, जिस पर विभाग कार्रवाई करने जा रहा है। जानकारी के अनुसार ईंट भट्ठे वाले ही ईंटें बेच सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद जिला में कई लोग ईंटों को डंप करके या पंजाब से ईंटें लाकर बेच रहे हैं। इस संबंध में विभाग को भी शिकायतें मिली हैं।
उधर ईंट भट्ठा एसोसिएशन सरकार से बाहर से ईंटें लाकर बेचने वालों पर लगाम कसने की गुहार लगा चुकी है। ईंट भट्ठों के लाइसेंस खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा ब्रिक कंट्रोल ऑर्डर 1969 के अंतर्गत दिए जाते रहे हैं। इसका फायदा उठाकर कुछ डंप वालों ने लाइसेंस ले लिए, जिसके चलते ईंट भट्ठा एसोसिएशन ने नुकसान को देखते हुए सरकार से अमेंडमेंट करवा ली थी। ऐसे में डंप वाले बाहर हो गए तथा केवल जिसके पास ईंट भट्ठा होगा, वही ईंट का व्यापार कर सकता था।
दो साल पहले फिर से लोग हाई कोर्ट गए, जिस पर सरकार ने हाई कोर्ट की डाइरेक्शन पर इसमें संशोधन कर दिया, जिससे जो भी व्यक्ति ईंटों का कारोबार करना चाहता था, उसे लाइसेंस दिया जाने लगा। इसके बाद ईंट भट्ठा एसोसिएशन ने फिर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और वहां से सरकार द्वारा किए गए संशोधन पर स्टे लग गया। इसके चलते डंप के जो लाइसेंस दिए गए थे, उन्हें रिन्यू नहीं किया गया और पिछले लाइसेंस केंसिल हो गए।
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक नरेंद्र धीमान ने कहा कि विभाग को पिछले साल नवंबर-दिसंबर में शिकायतें मिली थीं कि जिनके अपने ईंट भट्ठे नहीं हैं, वे पंजाब से ईंटें लाकर बेच रहे हैं, जिस पर जनवरी माह में 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर नूरपुर पुलिस थाना में दर्ज की है, जिसका चालान पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। अब पुन: ऐसी ही शिकायत आई है, जिस पर कार्रवाई की जाएगी।