नितिन भारद्वाज। नगरोटा सूरियां
नवभारत एकता दल, अखिल भारतीय प्रजापति संघ, विश्वकर्मा बुद्धिजीवी संघ, मानव अधिकार मंच के संयुक्त शिष्टमंडल ने तहसीलदार नगरोटा सूरियां से मुलाकात की। इस दौरान शिष्टमंडल ने तहसीलदार के मार्फ़त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन भेजा।
इस मौके पर एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी विश्वकर्मा, प्रजापति संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरदेव भारती प्रजापति, सत्यदेव शर्मा, समाज सेवी सोहन सिंह चौधरी, मिस्त्री चुनी लाल, कर्म चंद, मोहिंदर सिंह, रामदास मेहरा ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट मुख्य रूप से मौजूद रहे। ज्ञापन में मांग की गई है कि 2021 की जनगणना में हिंदू समाज की स्तंभ सभी जातियों की जाति परक जनगणना करवाई जाए।
इससे पूर्व बस अड्डे पर दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी विश्वकर्मा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जाति हिंदू या सनातन धर्म की बुनियादी कारक है। इसलिए जाति परक जनगणना करवा लेने में कोई विकार नहीं और सरकार या नरेंद्र मोदी को कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
प्रजापति संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरदेव भारती प्रजापति ने कहा कि 1931 तक जनगणना जाति परक होती रही लेकिन आजादी के बाद न जाने कांग्रेस सरकार ने इसे क्यों बंद कर दिया। जब सेना में जाति के नाम से रेजिमेंट हैं तो जनगणना से भी कुछ बुरा नहीं होगा।