- कैंसर अस्पताल रोड पर भी पार्क नहीं हो सकेगी गाडिय़ां
- आईजीएमसी प्रशासन की कार्रवाई, बढ़ेगी अब दिक्कतें
वरिष्ठ संवाददाता, शिमला
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में उपचार के लिए आने वाले मरीजों-तामीरदारों को अब पहले से ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। अस्पताल में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को गाडिय़ां खड़ी करने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। संजौली-आईजीएमसी, आईजीएमसी-लक्कड़ बाजार रोड और कैंसर अस्पताल रोड पर गाडिय़ां खड़ी नहीं कर सकेंगे। हाईकोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए यह कार्रवाई की गई है। आने वाले दिनों में सबसे ज्यादा दिक्कतें मरीजों को होगी, जिन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए उनके तीमारदार वाहन अस्पताल तक नहीं ला सकेंगे।
इससे पहले अस्पताल के बाहर मरीजों और परिजनों की गाडिय़ों को मात्र दो घंटे ही खड़े करने की परमिशन दी जाती थी, जबकि अब इस पर भी रोक लगा दी गई है। जिला शिमला के साथ साथ प्रदेश भर से मरीज इलाज को आईजीएमसी अस्पताल पहुंचते हैं। सड़क दुर्घटना होने पर आपातकालीन स्थिति में भी भारी संख्या में एंबुलेंस और अन्य वाहन आईजीएमसी पहुंचते हैं, ऐसे में अगर पार्किंग नहीं मिलेगी तो लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
सवाल पार्किंग न होने से लोग कहां पार्क करे वाहन
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आईजीएमसी अस्पताल के पास किसी तरह की पार्किंग न होने से लोग अपने वाहन कहां पार्क करेंगे, क्योंकि सभी मरीज अस्पताल में एंबुलेंस के जरीये नहीं पहुंचते। 100 में से 98 मरीज निजी वाहनों में अस्पताल लाए जाते हैं। ऐसे में यहां पर पार्किंग न होने से लोगों को दिक्कतें होगी। जिला प्रशासन और आईजीएमसी प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा यहां पर आने वाले लोगों को उठाना पड़ेगा।
अस्पताल के गेट के सामने जाम लगता है, किस कारण गाडि़य़ों को हटाना उनकी मजबूरी है। लोग मरीजों को अस्पताल में उतारकर गाड़ी दूसरी जगह में पार्क कर सकते हैं।
…डॉ. राहुल गुप्ता, प्रशासनिक अधिकारी, आईजीएससी।