हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
सात फरवरी को उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने आए प्रलय के बाद से लापता हिमाचल के 10 लोगों का हादसे के 6 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। इधर एक ओर इनके परिजन मिलने की आस खो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर हिमाचल सरकार ने शुक्रवार को एसडीएम पांवटा साहिब को चमोली भेजा है। इस बारे में मुख्य सचिव अनिल खाची ने शुक्रवार को आर्डर जारी किया।
एसडीएम पांवटा साहिब एलआर वर्मा डाक्यूमेंटशन को आर्डिनेटर अरविंद चौहान के साथ चमोली रवाना हुए हैं, जो वहां डभ्एम चमोली स्वाति एस भदौरिया से संपर्क करेंगे। इनके पास आर्थिक जरूरत का फंड भी दिया गया है, ताकि अपने परिजनों की तलाश के लिए चमोली गए हिमाचल के लोगों की मदद की जा सके। राज्य के कुल 10 लोग इस हादसे में लापता हैं।
बढ़ते दिनों के साथ इनके जिंदा मिलने की संभावना भी क्षीण होती जा रही है। दूसरी ओर इनके परिवार जनों का बुरा हाल है। जो लोग इनकी तलाश में चमोली गए हैं, वे अपने स्तर पर भी नदी के किनारों में तलाश कर रहे हैं। लेकिन अब तक किसी को कोई कामयाबी नहीं मिली है। अब भी इस हादसे के बाद से लापता करीब 150 लोग अब तक नहीं मिले हैं।
इन लोगों के लौटने का है इंतजार
हिमाचल को चमोली हादसे में लापता कुल 10 लोगों के लौटने का इंतजार है। इनमें कांगड़ा जिला के पालमपुर की वंदला पंचायत के राकेश कपूर, मंडी के करसोग के पुराना गांव के गुरमीत वर्मा, सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के मेलियो गांव के जीत सिंह ठाकुर, शिमला के रामपुर के जखधारा गांव के दिवान सिंह, रामपुर के बगवाट गांव के अमित कुमार, शिंगला गांव के पवन कुमार, राकेश कुमार, गांव धुवा घाटी रामपुर के देवेंद्र सिंह, किन्नू गांव रामपुर के कैलाश चंद, गांव रूपणू रामपुर के आशीष शामिल हैं।