ललित ठाकुर। पधर
चौहारघाटी की ग्राम पंचायत धमच्यान के तेरंग गांव के ग्रामीण इन दिनों नाले का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। यहां जल शक्ति महकमे ने गांव को खुले नाले से पानी की आपूर्ति की है, जिससे बरसात में महामारी फैलने का पूरा अंदेशा है। तेरंग गांव के लोग पिछले कई सालों से नाले का कीचड़ युक्त पानी पी रहे हैं।
इस बारे में उपप्रधान नरेश कुमार ने एसडीएम पधर शिव मोहन सिंह सैनी को एक शिकायत पत्र सौंपा है जिसमें लिखा है कि जल शक्ति विभाग ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पिछले कई सालों से नाले के बहते हुए कीचड़ युक्त पानी की सप्लाई कर लोगों के नलों तक पहुंचा रहा है, लेकिन आज तक विभाग ने उस स्थान पर कोई भी स्टोर टैंक का निर्माण नहीं किया है।
लोगों का कहना है कि ऊपर से बरसात आने को है और इस पानी से जल जनित रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से मांग की है कि जिस नाले से लोगों को सप्लाई दी जा रही है, उस नाले में स्टोर टैंक का निर्माण कर लोगों को पानी की सप्लाई दी जाए। हालांकि इससे पहले भी कई बार विभागीय अधिकारियों ेको लोग बता चुके हैं लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। बस सोर्स में प्लास्टिक की बोतल लगाकर पानी की सप्लाई दी जा रही है जिससे कभी भी लोगों की सेहत को नुकसान हो सकता है।
उपप्रधान नरेश कुमार ने बताया कि शीघ्र समस्या का हल नहीं हुआ तो ग्रामीण डीसी मंडी के दरबार में हाजिरी भरेंगे। वहीं सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की जाएगी। जलशक्ति विभाग के सहायक अभियंता धर्म चंद रावत ने कहा कि तेरंग गांव को जिस नाले से पेयजल सप्लाई दी गई है, वहां सोर्स बनाने का काम एक ठेकेदार को अवार्ड हुआ था, लेकिन ठेकेदार द्वारा काम न करने से बजट लैप्स हो गया। बरसात में रेन डैमेज का बजट आने पर सोर्स बना दिया जाएगा। एसडीएम पधर शिव मोहन सिंह सैनी ने कहा कि मेरे पास शिकायत आई थी जिसको जल शक्ति विभाग को भेज दिया है।