– कहा व्यवस्थाओं के साथ बदलते है अफसर, सभी ने किया अच्छा काम
– राम सुभग सिंह को जल्द बड़ी जिम्मेवारी के संकेत
– सीएम ने कहा सीनियोरिटी से बनते है मुख्य सचिव
प्रतिमा चौहान, शिमला
जयराम सरकार के मुख्य सचिव बदले जाने पर हिमाचल में खुब चर्चाएं है। इस बीच इन चर्चाओं पर लगाम लगाते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी हमेशा एक नहीं होता है। पूर्व सरकार के कार्यकाल में भी मुख्य सचिव बदले गए। इसके साथ ही व्यवस्थाओं के साथ – साथ अफसरों के तबादले होते है। शुक्रवार को पीटरहॉफ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान छ: सीएस बदले जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वीसी फारका पूर्व सरकार के कार्यकाल में थे, ऐसे में सरकार आने पर स्वभाविक रूप से उन्हें बदला जाना था। सीएम ने कहा कि विनीत चौधरी सीनियर अफसर थे, उन्हें अवसर दिया गया और उन्होंने अपना टेन ओवर पूरा किया। उसके बाद बीके अग्रवाल को सीएस बनाया गया, उनका कार्यकाल पूरा होता उससे पहले उन्हें केंद्र में सेके्रटरी लेवल का पद मिला। जोकि एक बेहतर अवसर था। इसके साथ ही सीएम ने कहा कि बीके अग्रवाल स्वास्थ्य को लेकर खुद भी दिल्ली जाना चाहते थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री कांत बाल्दी ने अपने सीएस का कार्यकाल पूरा किया है। उसके बाद अनिल खाची को बनाया गया, उन्होंने अच्छा काम किया, बेहतर अवसर मिलने पर उन्हें राज्य चुनाव आयुक्त का कमीश्नर बनाया गया। आगे सीएम ने कहा कि फिर राम सुभग सिंह को सीनियोरिटी के आधार पर सीएस बनाया गया। सीएम ने कहा कि सरकार में जो भी सीएस बने उन्होंने प्रदेश के लिए अच्छा काम किया है। अब राम सुभग सिंह को आगे क्या जिम्मेवारी दी जाती है, यह अगला विषय है। लेकिन उन्होंने बेहतर कार्य किया है। बता दे कि जयराम सरकार में अभी तक 6 सीएस बदले गए है। यही वजह है कि विपक्ष ने अब इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
अब आरडी धीमान नए सीएस
गौर हो कि मुख्य सचिव बने आरडी धीमान 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह मूल रूप से ऊना जिले के धलवाड़ी के रहने वाले हैं। गौर हो कि अगस्त, 2021 में अनिल खाची को हटाकर रामसुभग सिंह को मुख्य सचिव, जबकि खाची को राज्य चुनाव आयुक्त बनाया गया था। रामसुभग सिंह 1987 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।