एजेंसी। बीजिंग
चीन के शीर्ष विश्वविद्यालय ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए दो कार्यकाल की सीमा को निरस्त कर उनके असीम कार्यकाल का मार्ग प्रशस्त करने वाले संविधान संशोधन सहित सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के कटु आलोचक रहे कानून के एक प्रोफेसर को बर्खास्त कर दिया है। हांगकांग से प्रकाशित होने वाले साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रविवार की खबर के मुताबिक तिंगुआ विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर शु झांगरून को पद से हटाने की शनिवार को औपचारिक अधिसूचना जारी की गई। इस विश्वविद्यालय में वह 20 साल से सेवारत थे।
विश्वविद्यालय ने कहा कि 10 जुलाई को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। उल्लेखनीय है कि फरवरी और मई में प्रोफेसर शु ने दो लंबे आलेख प्रकाशित किए थे, जिनमें कोरोना वायरस संकट से सही तरीके से नहीं निपटने को लेकर सीपीसी नेतृत्व की कटु आलोचना की गई थी।