सुशील शर्मा। चिंतपूर्णी
उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मां चिंतपूर्णी के दरबार में मंगलवार को चैत्र नवरात्रि के अष्टमी पूजन के दिन विशेष पूजा-अर्चना की गई। इस मौके पर समस्त पुजारी परिवार ने मां के मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की।
दोपहर के समय मां का सिंगार, कंजक पूजन और नारियल की बलि दी गई। इस दौरान विशेष व्यंजनों से मां को भोग लगाया गया। अष्टमी के दिन बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की भी काफी कम मात्रा में उपस्थिति दर्ज की गई।
जहां मां के दरबार में इन चैत्र नवरात्रों में चहल-पहल रहती थी, लेकिन इन नवरात्रों में बाजार के बीच सन्नाटा पसरा रहा। इक्का-दुक्का श्रद्धालुओं की ही मंदिर परसिर या बाजार में आवाजाही देखी गई।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच जिला प्रशासन ने संडे क्लोज और बाकी के दिनों में समयसारिणी जो निर्धारित की है, उसका स्थानीय लोगों ने स्वागत किया है। मंदिर के पुजारी अजय कालिया ने मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्रियों द्वारा लिए गए इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इसकी हमें पालना करनी चाहिए और यह कदम काफी सराहनीय है।