हिमाचल दस्तक: शिमला
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शनिवार को जाखू में स्थापित होने वाला शिमला शहर का पहला एस्केलेटर का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि परियोजना का निर्माण कार्य रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवेलपमेंट कॉर्पोरेशन की ओर से किया जा रहा है। इसकी परियोजना लागत 7 करोड़ 94 लाख रुपये है और निर्माण कार्य 6 महीने के भीतर पूर्ण किया जाएगा। परियोजना का निर्माण कार्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत किया जा रहा है। शिमला प्राचीनकाल से पर्यटन नगरी रही है। मंदिर परिसर तक गाडिय़ां ले जाना उचित नहीं था। इसी संदर्भ में यहां पर एस्केलेटर लगना अत्यंत महत्वपूर्ण था।
उन्होंने कहा कि इसके निर्माण कार्य पूर्ण होने से शहर के निवासियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी मंदिर पहुंचने में सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि काफी लंबे समय से इसका निर्माण कार्य एफसीए की मंजूरी न मिलने से अटका पड़ा था। प्रथम व दूसरे एस्केलेटर की लंबाई 23.23 मीटर रखी गई है, चौड़ाई प्रत्येक एस्केलेटर की 1.65 मीटर है। एस्केलेटर की गति 0.5 मीटर प्रति सेकंंड है। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कीमैन क्वार्टर से बाबा बालक नाथ मंदिर तक कवर्ड पाथ का भी शिलान्यास किया।
उन्होंने कहा कि ढके हुए रास्ते के निर्माण से श्रद्धालुओं को हर मौसम में इसकी सुविधा प्राप्त होगी, जिसकी परियोजना लागत लगभग 2 करोड़ रुपये है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर के हर एक वार्ड में कई विकासात्मक कार्य किए जा रहे हैं। इस अवसर पर महापौर नगर निगम शिमला सत्या कौंडल, उपमहापौर शैलेंद्र चौहान, पार्षद अर्चना धवन, किरण बाबा, दीपक शर्मा, कमलेश मेहता, किमी सूद, रेणु चैहान, पूर्ण मल, शैली, नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली, उपमंडलाधिकारी शिमला शहरी भानु गुप्ता, अधिशाषी अभियंता राजेश ठाकुर आदि मौजूद रहे।