शकील कुरैशी। शिमला
हिमाचल प्रदेश के दो इंडस्ट्रियल एरिया परवाणू और टाहलीवाल के लिए केंद्र सरकार ने दो क्लस्टर मंजूर किए हैंं। केंद्रीय टेक्निकल कमेटी ने भी इन्हें मंजूरी दे दी है। दोनों क्षेत्रों में उद्योगों का दायरा बढ़ाया जाएगा। यहां पर आधारभूत ढांचे के विकास के साथ नए उद्योग बसाने के लिए और जगह विकसित की जाएगी।
परवाणू इन्फ्रास्ट्रक्चर डवेल्पमेंट क्लस्टर के लिए 12 करोड़ 14 लाख रुपये की राशि मंजूर हो चुकी है तो वहीं टाहलीवाल के लिए जनरल इंजीनियरिंग क्लस्टर को 17 करोड़ 32 लाख रुपये की राशि मंजूर हुई है। राज्य सरकार को उम्मीद है कि हिमाचल के लिए जल्दी ही बल्क ड्रग फॉर्मा पार्क भी मंजूर हो जाएगा, जिसकी मंजूरी अब आखिरी स्टेज पर है। इससे पहले यहां बद्दी-नालागढ़ एरिया के लिए मेडिकल डिवाइस पार्क मंजूर हो चुका है और वहीं प्लास्टिक पार्क का प्रस्ताव भी केंद्र सरकार को भेजा गया है।
इन योजनाओं से यहां पर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में बड़ा बूम आएगा और प्रदेश के लोगों के लिए रोजगार के द्वार भी खुलेंगे। परवाणू और टाहलीवाल में सरकार को कलस्टर मंजूर होने के बाद राहत मिलेगी। इन दोनों क्षेत्रों में उद्योगपति बसना चाहते हैं मगर यहां पर जमीन नहीं है। लिहाजा उद्योगों के लिहाज से इसे और विकसित करना होगा। इंजीनियरिंग कलस्टर में कलपुर्जे तैयार करने वाले उद्योगों को बसाया जा सकता है।
तीन श्रेणियों में उद्योगों को मिलेंगी रियायतें
प्रदेश सरकार ने तय कर दिया है कि तीन श्रेणियों में अलग-अलग उद्योगों को यहां पर नई-नई रियायतें प्रदान की जाएंगी। पहली श्रेणी में 500 करोड़ का निवेश करने वाले उद्योगों होंगे जो यहां पर 300 से ज्यादा लोगों को रोजगार देंगे। इसमें 80 फीसदी हिमाचली होंगे उनको अतिरिक्त बेनिफिट सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे। इसके साथ दूसरे श्रेणी में 300 करोड़ का निवेश करने वाले उद्योग होंगे जो 250 लोगों को रोजगार देंगे, जिन्हें भी अतिरिक्त लाभ मिलेगा। इसी तरह से तीसरी श्रेणी में 150 करोड़ का निवेश और 100 लोगों को रोजगार देने वाले उद्योग होंगे।
परवाणू व टाहलीवाल के लिए क्लस्टर मंजूर हो गए हैं। तकनीकी कमेटी ने इनको मंजूरी दे दी है। अब यहां पर क्या कुछ किया जा सकता है इस पर काम शुरू करेंगे। जल्दी ही पैसा केंद्र से मिल जाएगा।
-बिक्रम सिंह ठाकुर, उद्योग मंत्री